बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने इस्तीफा देने की धमकी दी है. माना जा रहा है कि वो अपने लिए समर्थन जुटाना चाह रहे हैं और ये बयान उन्होंने हताशा में दिया है. इस खबर के बैकग्राउंड में दो घटनाएं हैं. पहली, 22 मई को अंतरिम सरकार के खिलाफ बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) का विरोध प्रदर्शन. दूसरी, 21 मई को सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान द्वारा दी गई कड़ी चेतावनी.
मुहम्मद यूनुस पर चुनाव कराने का दबाव बढ़ा तो इस्तीफे की धमकी दे दी, बांग्लादेश में चल क्या रहा है?
Muhammad Yunus चुनाव टालकर सरकार के मुखिया बने रहना चाहते हैं. जबकि Bangladesh के दूसरे राजनीतिक दल और सेना प्रमुख यूनुस पर चुनाव कराने का दबाव बना रहे हैं. यूनुस इस बात से नाराज चल रहे हैं.
.webp?width=360)
इस बीच कुछ छात्र नेता, युवाओं और इस्लामवादियों को ढाका में लामबंद कर रहे हैं. ताकि अंतरिम सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा सके और सेना छावनी तक मार्च किया जा सके.
इंडिया टुडे इनपुट्स के मुताबिक, यूनुस छात्रों और इस्लामिक भीड़ को अपने सैनिकों के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. वो चुनाव कराए बिना सत्ता पर काबिज होने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि एक तरफ जहां बांग्लादेश में चुनाव कराने की मांग हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ यूनुस इसे टालने में लगे हैं. उन्होंने कहा है कि वहां जून 2026 तक चुनाव होंगे. इस पर BNP सहित कई राजनीतिक दलों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने अपनी चेतावनी में कहा कि यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को दिसंबर तक चुनाव कराने होंगे. इसके बाद ये पहला मौका था जब BNP ने अंतरिम सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी की मांग है कि ‘ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन’ के मेयर पद के लिए उनके उम्मीदवार की घोषणा की जाए. यूनुस कैबिनेट में ‘नेशनल सिटीजन पार्टी’ (NCP) के करीबी माने जाने वाले दो सदस्य हैं. BNP ने इन दोनों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान के इस्तीफे की भी मांग की है.
BNP का डरशेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. BNP इसे चुनाव जीतने और सत्ता पाने का मौका मान रही है. लेकिन पार्टी को ये डर है कि चुनाव में देरी से उनके चुनाव जीतने की संभावना कम हो जाएगी.
BNP के विरोध प्रदर्शन के बाद, NCP के संयोजक नाहिद इस्लाम ने बीबीसी बांग्ला को बताया कि यूनुस ने इस्तीफे की धमकी दी है. क्योंकि वो वर्तमान राजनीतिक माहौल और विरोध प्रदर्शनों के बीच अपना काम जारी रखने में असमर्थ हैं. नाहिद ने यूनुस के हवाले से कहा,
मुझे बंधक बनाया जा रहा है... मैं इस तरह काम नहीं कर सकता. क्या सभी राजनीतिक दल एक आम सहमति पर नहीं पहुंच सकते?
नाहिद ने फरवरी में यूनुस मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर NCP का नेतृत्व संभाला.
ये भी पढ़ें: 'भारत पाकिस्तान पर हमला करे तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर राज्य हथियाने चाहिए', यूनुस के करीबी का बयान
ढाका में राजकीय अतिथि गृह जमुना में एडवाइजरी काउंसिल की बैठक हुई. इसी बैठक में यूनुस ने इस्तीफे की बात की. ये बात जब नाहिद को पता चली तो वो यूनुस से मिलने पहुंचे. NCP के एक दूसरे शीर्ष नेता अरिफुल इस्लाम अदीब भी उस बैठक में शामिल थे. उन्होंने AFP को बताया कि नाहिद ने यूनुस से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वो पद पर बने रहें.
वीडियो: दुनियादारी: PM मोदी और मोहम्मद यूनुस की पहली मुलाकात में क्या हुआ?