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बमबारी से बचने के लिए यूक्रेन के स्कूल में छिपे थे 400 लोग, रूस ने वहीं पर कर दिया हमला!

स्कूल के मलबे में दबे हुए हैं लोग.

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यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस युद्ध अपराध कर रहा है. (फोटो: एपी)
यूक्रेन पिछले 25 दिनों से जंग की चपेट में है. देश के कई शहरों में रूसी सैनिकों का हमला अभी भी जारी है. इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने रविवार, 20 मार्च को आरोप लगाया कि रूसी सेना ने मारियुपोल के एक स्कूल पर हमला किया, जिसमें करीब 400 लोग शरण लिए हुए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, सिटी काउंसिल ने टेलीग्राम पर बताया कि रूसी सैनिकों ने शनिवार को इस स्कूल पर हमला किया था. यहां बमबारी से बचने के लिए ही लोग रह रहे थे. हमले के बाद कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं. यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित मारियुपोल पिछले कई दिनों से भीषण तबाही का सामना कर रहा है. रूसी सैनिक शहर पर लगातार हमला कर रहे हैं. स्थानीय अधिकारियों ने यह भी दावा किया है कि मारियुपोल के कुछ लोगों को जबरन रूस ले जाया जा रहा है. सिटी काउंसिल ने कहा,
"जबरन रूस भेजे जा रहे लोगों से उनका पासपोर्ट ले लिया जा रहा है. और उन्हें सिर्फ एक पेपर का टुकड़ा दिया जा रहा है, जिसकी पूरी दुनिया में कोई कानूनी मान्यता नहीं है."
'युद्ध अपराध कर रहा रूस' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूसी सेना ने मारियुपोल को चारों तरफ से घेर लिया है. रूस ने यह भी दावा किया था कि उसके सैनिक शहर में घुस चुके हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने 20 मार्च को कहा कि रूसी सेना द्वारा मारियुपोल शहर के घेराव को इतिहास में 'युद्ध अपराध' के तौर पर दर्ज किया जाएगा. उन्होंने एक वीडियो मैसेज में कहा,
"हमला करने वालों ने (रूसी सैनिक) ने इस शांत शहर के साथ जो किया, वो एक आतंकी गतिविधि है और इसे सदियों तक याद रखा जाएगा. रूस, यूक्रेन पर जितना ज्यादा हिंसा करेगा, उसके लिए इसका परिणाम और अधिक बुरा होगा."
रूस के इस हमले में मारियुपोल की स्थिति सबसे ज्यादा नाजुक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहर के अंदर लोग फंसे हुए हैं. पानी, बिजली की सप्लाई को भी काट दिया गया है. रूसी सैनिकों द्वारा शहर को घेर लिए जाने के बाद मानवीय सहायता पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है. 847 नागरिकों की मौत इस बीच, रूस ने एक बार फिर दावा किया कि उसने यूक्रेन में दूसरी बार किंजहाल हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है. मिसाइल को यूक्रेन के इवानो-फ्रैंकिव्स्क क्षेत्र में एक हथियार भंडार को निशाना बनाने के लिए दागा गया. इससे पहले 19 मार्च को रूस ने पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइल के इस्तेमाल करने का दावा किया था. यह मिसाइल सिस्टम रूस के अत्याधुनिक हथियारों में एक है. इधर यूक्रेन ने कहा है कि रूस के हमले के बाद से 115 बच्चों की मौत हो चुकी है और 140 से ज्यादा बच्चे घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 24 फरवरी को रूस की इस 'विशेष सैन्य कार्रवाई' के बाद से यूक्रेन में अबतक 847 नागरिकों की मौत हो चुकी है और करीब 1,400 लोग घायल हुए हैं. वहीं इस जंग की शुरुआत के बाद से 34 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. इनमें से करीब 20 लाख लोगों ने पोलैंड में शरण ली है. वहीं करीब 65 लाख लोग यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में विस्थापित हुए हैं.