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भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में एक बेगुनाह को मार डाला

साउथ में ऐसा लगातार हो रहा है. हिंदी बोलने वाले निशाने पर हैं.

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एक फेक न्यूज की वजह से हर दूसरे दिन मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं.

यह भ्रम भूत सकल जग खाया.

इसका भावार्थ ये हुआ कि भ्रम दुनिया को खा जाता है. भ्रम का ही एक रूप अफवाह भी है. पिछले एक महीने से आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना ज़बरदस्त अफवाहों की चपेट में है. अफवाह है कि बच्चे चोरी हो रहे हैं. इन अफवाहों ने लोगों की हालत खराब कर रखी है. जगह-जगह से मॉब लिंचिंग की खबरें आ रही हैं. लोगों को जिस पर भी बच्चा चोर होने के शक हो रहा है, उसे घेर कर मारने लग रहे हैं.
27 मई को भीड़ ने एक भिखारी को जान से मार दिया.
वो भिखारी जिसे लोगों ने बच्चाचोरी के शक में मार दिया.
वो भिखारी जिसे लोगों ने बच्चा चोरी के शक में मार दिया.

26 मई को इस अफवाह के चार किन्नर हुए. घटना हैदराबाद की है. 26 मई की रात को 200 लोगों की भीड़ ने चार किन्नरों को घेर लिया. बच्चा चोरी के शक में उन पर पत्थर बरसाए. उनके साथ मार-पीट की. लोगों ने बेहोश होने के बाद भी उन्हें नहीं छोड़ा. उन्हें इतनी बुरी तरह मारा गया कि उनमें से एक की मौत हो गई. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है.

इसी तरह की कुछ घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं

# आंध्र प्रदेश के चित्तूर में एक औरत को ट्रेन में बुरी तरह मारा गया. लोगों को शक था कि वह बच्चा चोर गैंग से जुड़ी थी.
# विशाखापट्टनम में एक सुपर मार्केट के क्लर्क को भीड़ ने जान से मार दिया. इसी शक में.
# कंचरापालम में एक औरत को भीड़ बच्चा चोरी के शक में मारने लगी. दरअसल लोगों को उसके पर्स में लगभग पौने दो लाख रुपए मिले.
इस अफवाह के शिकार खास तौर पर वो लोग हुए हैं बाहरी हैं, हिन्दी बोलने वाले हैं, किन्नर हैं या फिर तेलुगु नहीं बोल पाते.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अब तक 20 लोगों पर भीड़ ने ऐसे अटैक किए हैं. आंध्र प्रदेश में कुल चार और तेलंगाना में दो लोगों को भीड़ ने जान से मार दिया. पुलिस ने इन मामलों में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
वो भिखारी जिसे लोगों ने बच्चाचोरी के शक में मार दिया.
पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वो इन अफवाहों पर ध्यान ना दें.

कैसे फैली अफवाह?

सोशल मीडिया के ज़रिए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बच्चों की किडनैपिंग और फिर इन्हें जान से मारते हुए दिखाया गया है.
पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि इस तरह के वीडियो पर यकीन ना करें. ये वीडियो फेक है. मगर लोगों पर इस अपील का कोई असर नहीं हो रहा. हर दिन इस अफवाह की वजह से लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं. पुलिस ने बताया कि वो इन अफवाहों को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है.


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