
रोहन बोपन्ना ग्रैंड स्लैम मिक्स्ड डबल्स जीतने वाले चौथे इंडियन हैं. 25 साल की ग्रैबियला दब्रोस्की के साथ वे पिछले साल यूएस ओपन से खेल रहे हैं और इसी साल जनवरी में हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी वे साथ खेले थे. इससे पहले साल 2010 में भी बोपन्ना फाइनल में पहुंचे थे जिसका फायदा ये टाइटल जीतने में मिला क्योंकि इतने बड़े लेवल के टूर्नामेंट के प्रेशर को पहले ही झेल चुके थे. 14 साल से प्रफेशनल टेनिस खेल रहे बोपन्ना अभी रैंकिंग में 22वें पायदान पर हैं.
बोपन्ना से पहले महेश भूपति, लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा ग्रैंड स्लैम टाइटल जीत चुके हैं. फ्रेंच ओपन पर इंडियन्स ने अपना नाम पहली बार तब दर्ज करवाया था जब साल 1979 में रमेश कृष्णन ने इंडिया के लिए पहला मुकाबला बॉयज कैटेगरी में जीता था. इसके बाद साल 1997 में महेश भूपति ने अपनी मिक्स्ड डबल्स पार्टनर जापान की रिका हिराकी के साथ पहला ग्रैंड स्लैम जीता था. इसके बाद भी भूपति ने तीन और ग्रैंड स्लैम टाइटल जीते. इनमें साल 1999 और 2001 में दो डबल्स (लिएंडर पेस के साथ) औऱ एक सानिया मिर्जा के साथ मिक्स्ड डबल्स 2013 शामिल है. पेस ने भी फ्रेंच ओपन में अपने पुरूष पार्टनर चेकोस्लोवाकिया के लुकास लौही (2009) और मिक्स्ड डबल्स में स्विस खिलाड़ी मार्टिना हिंगिस (2016) में ये टाइटल जीता.

बोपन्ना-कुरैशी यूएस ओपन 2010 फाइनल तक पहुंचे थे.
हालांकि कोई भी इंडियन टेनिस प्लेयर सिंगल्स में कोई ग्रैंड स्लैम जीतने की संभावनाओं से कोसों दूर है. मगर फिर भी रोहन बोपन्ना की ये जीत इंडियन टेनिस के लिए एक अच्छी ही खबर है.
बैंग्लूरू के रहने वाले रोहन बोपन्ना ने 11 साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू कर दिया था. इस खिलाड़ी को टेनिस के अलावा हॉकी और फुटबॉल भी काफी पसंद है. 2003 में पहली बार भारत के लिए डेविस कप में उतरे थे. अपने पाकिस्तानी पार्टनर ऐसम-उल-हक-कुरैशी के साथ साल 2010 में यूएस ओपन फाइनल तक पहुंचे थे और ये जोड़ी काफी पॉपुलर हुई थी. ग्रास कोर्ट के शौकीन बोपन्ना का पसंदीदा टूर्नामेंट विंबलडन है.