ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट को अमेरिकी हमले के बाद एक बार फिर निशाना बनाया गया है. सोमवार, 23 जून को ईरान के अंडरग्राउंड यूरेनियम संवर्द्धन प्लांट पर इजरायल ने बड़ी एयर स्ट्राइक की है. इसके अलावा इजरायल ने तेहरान की इविन जेल, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अहम ठिकानों समेत कई जगहों को निशाना बनाया है. इजरायली सेना का दावा है कि तेहरान पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है. वहीं, ईरान ने भी अशदोद सिटी में इजरायल के प्रमुख पावर स्टेशन पर मिसाइल दागी.
ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर इजरायल का बड़ा हमला, तेहरान की जेल को भी बनाया निशाना
Iran की अंडरग्राउंड Fordow न्यूक्लियर फैसिलिटी पर एक बार फिर हमला हुआ है. Israel ने इस साइट पर एयर स्ट्राइक की है. इसके अलावा Tehran की Evin Jail पर भी स्ट्राइक हुई है. वहीं, Ashdod में ईरान ने मिसाइल अटैक किया है.

22 जून को अमेरिका ने ईरान के पहाड़ों के नीचे मौजूद फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट पर बंकर बस्टर बम बरसाए. इसके बाद ईरान ने इजरायल पर बैलेस्टिक मिसाइलों से हमले किए. अब 23 जून को इजरायल ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमला किया. हालांकि, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) का दावा है कि उसने केवल फोर्डो एनरिचमेंट साइट के रास्तों पर हमला किया है. IDF ने एक्स पर पोस्ट किया,
“आज IDF ने फोर्डो एनरिचमेंट साइट तक पहुंच को रोकने के लिए रास्तों पर हमला किया.”
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने तेहरान की इविन जेल पर हमला करने का भी दावा किया है. गिदोन सार ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें एक बिल्डिंग से धुआं उठता नजर आता है.

जिस बिल्डिंग में विस्फोट दिखाया गया है, उस पर एक प्रतीक चिह्न लगा है, जिसे इविन जेल का एंट्री गेट बताया जा रहा है. इजरायली विदेश मंत्री ने अपने पोस्ट में स्पेनिश में लिखा है- "विवा ला लिबर्टाड, कराजो!', जिसका मतलब है- 'आजादी अमर रहे!'
हालांकि, एक्स पर ईरान के मिलिट्री ऑपरेशंस पर अपडेट देने वाले अकाउंट 'डेली ईरान मिलिट्री' ने इविन जेल के हमले को नाकाम बताया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इविन जेल को IRGC और खुफिया मंत्रालय समेत कई सुरक्षा एजेंसियां चलाती हैं. जेल में 10,000 से 15,000 कैदी हैं, जिनमें राजनीतिक कैदी, प्रदर्शनकारी, पत्रकार और राष्ट्रीय सुरक्षा अपराधों के आरोपी विदेशी नागरिक शामिल हैं.

IDF ने बताया कि 23 जून की दोपहर ईरान में इन ठिकानों पर हमला किया गया-
- IRGC और इंटर्नल सिक्योरिटी फोर्सेज से जुड़े कमांड सेंटर और एसेट्स.
- बासिज हेडक्वार्टर: IRGC के केंद्रीय सशस्त्र ठिकानों में से एक. इस्लामी कानून को लागू करने और नागरिक उल्लंघनों की रिपोर्ट सरकारी अधिकारियों को देने के लिए जिम्मेदार.
- अल्बोर्ज कॉर्प्स: तेहरान जिले में सुरक्षा और सैन्य अभियानों की देखरेख करता है.
- 'थार-अल्लाह' कमांड सेंटर: सुरक्षा खतरों से तेहरान की रक्षा करने का काम करता है.
- 'सैयद अल-शुहादा' कॉर्प्स : मातृभूमि की रक्षा और आंतरिक अशांति के खात्मे के लिए जिम्मेदार.
- इंटर्नल सिक्योरिटी फोर्सेज का जनरल इंटेलिजेंस डायरेक्टरेट: इंटर्नल सिक्योरिटी विंग के अंदर कर्मचारियों की देखरेख करता है और संगठनात्मक जानकारी और मीडिया की मॉनिटरिंग और कंट्रोल को मैनेज करता है.
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने सोमवार, 23 जून की सुबह लंबे समय तक इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार की. लाखों लोग पूरे इजरायल में शरण लेने को मजबूर हो गए. इसके अलावा दक्षिण इजरायल के शहरों में बिजली भी कट गई.
इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन उत्तरी, मध्य और दक्षिणी इजरायल में सायरन बजने लगे. इसके अलावा गाजा और लेबनान की सीमाओं के करीब रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया गया. IDF ने बताया कि ईरान की तरफ से लगभग 40 मिनट में चार बार में छह या सात मिसाइलें दागी गईं.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी तस्नीम ने IRGC के हवाले से बताया कि सोमवार के हमले में पहली बार मल्टीवारहेड खेबर बैलिस्टिक मिसाइलों (उर्फ Qadr-H) को दागा गया. तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, IRGC ने आधिकारिक बयान में बताया कि उत्तरी से दक्षिणी इजरायल तक के प्रमुख क्षेत्रों पर हमला करने के लिए ड्रोन के साथ-साथ सॉलिड और लिक्विड फ्यूल वाली मिसाइलों से अटैक किया गया.
पिछले ऑपरेशनों में खास तौर से तेल अवीव और हाइफा को निशाना बनाया जाता था. लेकिन अब ईरान ने अपने ताजा हमलों में उत्तरी हाइफा, हाइफा, तेल अवीव, अश्कलोन, एकर और अशदोद को निशाना बनाया है. सफेद, लाचिश (तेल अवीव के दक्षिण में), बेत शीआन, अश्कलोन और अशदोद में बड़े नुकसान की भी खबर मिली है.
वीडियो: हमले के बाद ईरान ने इजरायल के 14 शहरों पर छोड़ी मिसाइलें, देखिए हालात