वासेपुर के जिस सरदार खान के परिवार पर फिल्म बनी थी, उसके भांजों ने अपना अलग गैंग बना लिया है. ये लड़ाई मामा बनाम भांजा की है.
इस रियल परिवार के किरदार हैं: फहीम खान, इकबाल खान, गोपी और शौकत. फहीम खान मामा है. इकबाल उसका बेटा. गोपी और शौकत फहीम के भांजे हैं. कुछ और भी भांजे हैं. फहीम खान का रोल फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने किया था. फिल्म में उनके किरदार का नाम 'फैजल खान' था.

फिल्म 'गैंफ वासेपुर-2' के एक सीन में अपनी गैंग के एक सदस्य से बात करते हुए नवाजुद्दीन सिद्दीकी.
खैर, ये तो हो गई बात फिल्म की. अब असल कहानी की बात करते हैं.
फहीम एक मर्डर केस में उम्रकैद काट रहा है. इकबाल खान एक मामले में फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए योजना बना रही है. लोगों से पूछताछ जारी है. शौकत भी हाल-फिलहाल तक जेल में था. पहले खानदान का एक ही गैंग था, जिसे फहीम और इकबाल चला रहे थे. मामा-भांजों का उगाही का एरिया अलग था. लेकिन गोपी ने बाकी भांजों के साथ मिलकर फहीम और इकबाल के एरिया पर कब्जा जमाना और उगाही करना शुरू कर दिया.
मामा फहीम को ये बात बर्दास्त नहीं, लेकिन वह व्हील चेयर पर है. और जेल के अंदर से एक्टिव नहीं है.कुछ सालों पहले तक फहीम जेल से ही गैंग को डायरेक्ट करता था. इकबाल भी एक मामले में फरार है. इसलिए अब उसके बड़े भांजे गोपी और बाकी भांजों ने मिलकर अलग गैंग बना लिया है.

फहीम खान का बेटा इकबाल खान (बाएं तरफ) भांजे शौकत उर्फ गोडविन के साथ.
इकबाल के भांजे शौकत उर्फ गोडविन ने जेल से निकलते ही इकबाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. उसने अंदेशा जताया था कि इकबाल उसकी हत्या करवा सकता है. इसके बाद से इकबाल को लेकर पुलिस ज्यादा अलर्ट हो गई है.
इस तरह गैंग दो हिस्सों में बंट गया है और खानदान में एक बार फिर दरार आ गई है. कुल मिलाकर 'सरदार खान' के खानदान में अब हर कोई गैंगस्टर है.
खैर इस खानदानी लड़ाई के बीच अनुराग कश्यप को अपनी 'गैंग्स ऑफ वासेपुर-3' के लिए पर्याप्त कंटेंट मिल गया होगा. है न.