एक 6-महीने की बच्ची, उसकी मां और दादा-दादी 19 जून की सुबह नहीं देख पाए. 18-19 जून की दरमियानी रात के घुप्प अंधेरे में उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. हत्यारे शवों को घसीटकर घर के आंगन में लाए और उन्हें आग लगा दी. सुबह गांव वाले धुआं देख कर जब घटनास्थल पर पहुंचे तो उनकी आंखें खुली रह गईं. सामने चार जले हुए शव थे.
चाचा के परिवार की कुल्हाड़ी से हत्या की, शव घसीट कर जला डाले, 6 महीने की बच्ची को भी नहीं बख्शा
राजस्थान के जोधपुर में हुए इस सामूहिक हत्याकांड ने इलाके के लोगों को सकते में डाल दिया है.

ये डरा देने वाला वाक़या सामने आया है राजस्थान के जोधपुर से. ओसियां उपखंड में चेराई नाम का एक गांव पड़ता है. यहीं इस सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया गया. पुलिस के अनुसार, मृतक दंपति का 19 साल का भतीजा पप्पूराम ही इस वारदात का मुख्य आरोपी है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
मृतकों की पहचान पूनाराम (55), उनकी पत्नी भंवरी (50), उनकी बहू धापू (23) और उनकी छह महीने की बेटी के रूप में हुई है. पूनाराम का बेटा उसी रात खाना खाने के बाद पत्थर की खदान पर काम करने चला गया था. उसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गला काटने के लिए कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया था. फिर शवों को आंगन में खींचकर आग लगा दी.
इंडिया टुडे/आजतक के मुताबिक मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) धर्मेंद्र सिंह यादव का बयान सामने आया, जहां उन्होंने हत्या के पीछे का कारण निजी दुश्मनी को बताया.
पुलिस के अनुसार, मृतक पूनाराम के भाई खैराराम के एक बेटे ने सूरत में आत्महत्या कर ली थी. खैराराम को शक था कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. इसके लिए वह पूनाराम को ज़िम्मेदार मानता था. बताया जा रहा है कि भाई की मौत का बदला लेने के लिए ही खैराराम के बेटे पप्पूराम ने इस सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खैराराम और पूनाराम के बीच उनके तीसरे भाई की ज़मीन को लेकर भी विवाद हुआ था. आवेश में आकर पूनाराम ने कह भी दिया था कि बेटे की हत्या उसने ही करवाई है. जिसके बाद से चीज़ें और ज़्यादा बिगड़ गई थीं.
उधर, इस जघन्य हत्याकांड को लेकर बीजेपी नेताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. मामले को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक ट्वीट कर लिखा,
"गहलोत जी को अब जोधपुर को अपना गृहनगर नहीं कहना चाहिए! ओसियां के पास रामनगर में एक परिवार के चार लोगों की हत्या जिसमें 6 महीने की मासूम भी शामिल है, झकझोर देने वाली घटना है! सुबह से पूरा जोधपुर क्षेत्र स्तब्ध है लेकिन आपकी संवेदना न जागी होगी सीएम साहब! ये प्रकरण आपसी रंजिश से अधिक कानून-व्यवस्था के अस्तित्व का है। इस जघन्यता के दौरान कहां थी पुलिस? कितनी आसानी से अमानवीयता कर गए अपराधी! आपको कोई हक नहीं जनता को दिलासा देने का, आपकी अक्षमता की वजह से राज्य में आपराधिक वातावरण तैयार हुआ है."
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस की जांच जारी है. फॉरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच कर सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है.