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'कम पैसा देना पड़े इसलिए... ', अहमदाबाद प्लेन क्रैश मामले में एयर इंडिया पर गंभीर आरोप लगे

Ahmedabad Plane Crash में मारे गए कुछ लोगों के परिजनों का आरोप है कि एयरलाइन ने परिवार की वित्तीय स्थिति जानने के लिए फॉर्म भरवाए, जिससे कम-से-कम मुआवजा दिया जा सके. हालांकि, एयर इंडिया ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. क्या है मामला?

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अहमदाबाद प्लेन क्रैश में तकरीबन 275 लोगों की मौत हो गई थी (फोटो: इंडिया टुडे)
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नलिनी शर्मा

अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Ahmedabad Plane Crash) में मारे गए लोगों के परिजनों ने एयर इंडिया पर दबाव डालने का आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि एयरलाइन ने परिवार की वित्तीय स्थिति जानने के लिए फॉर्म भरवाए, जिससे कम-से-कम मुआवजा दिया जा सके. हालांकि, एयर इंडिया ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.

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इंडिया टुडे से जुड़ी नलिनी शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन की लॉ फर्म स्टीवर्ट्स, हादसे में मारे गए 40 से ज्यादा परिवारों का मामला देख रही है. लॉ फर्म ने बताया कि एयरलाइन मुआवजा देने से पहले वित्तीय स्थिति जानने के लिए परिवारों पर दबाव डाल रही है. स्टीवर्ट्स से जुड़े पीटर नीनान ने एयर इंडिया की आलोचना की. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया ने एक विस्तृत प्रश्नावली तैयार की है, जिसमें कथित तौर पर बिना किसी स्पष्टीकरण के कानूनी शब्द शामिल हैं. नीनान ने कहा,

हमारे ग्राहकों ने हमें प्रश्नावली दिखाई है. इसमें कानूनी रूप से जरूरी जानकारी मांगी गई है. जिसमें कानूनी शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. इन शब्दों के बारे में परिवारों को नहीं बताया जा रहा है. बाद में इस जानकारी का इस्तेमाल उनके खिलाफ किया जा सकता है. हम हैरान हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए.

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नीनान ने कहा कि 12 जून को हुए हादसे के बाद जिस वक्त मृतकों के परिजन शव की पहचान करने के लिए आए थे. उस दौरान उन्हें भीषण गर्मी में एक भीड़ भरे अंधेरे कमरे में रखा गया था. और उनसे एक फॉर्म भरने के लिए कहा गया. जिसमें वित्तीय जानकारी जानने के लिए जरूरी दस्तावेज भी मांगे गए. उन्होंने कहा कि परिवार को कोई चेतावनी, कानूनी सलाह या डॉक्यूमेंट्स की कॉपी नहीं दी गई. कुछ परिवारों ने कथित तौर पर उन्हें बताया कि एयर इंडिया के अधिकारी उनके घर गए और पूछा कि उन्होंने अभी तक फॉर्म क्यों नहीं भरे हैं.

पीटर नीनान ने दावा किया कि परिवारों को कम मुआवजा देने के लिए ही एयर इंडिया ये रवैया अपना रही है. आगे नीनान ने बताया कि एयर इंडिया की तरफ से कथित तौर पर कहा गया था कि अगर परिवार ने ये जानकारियां नहीं दीं तो कोई भी भुगतान नहीं किया जाएगा. फॉर्म में ये भी पूछा गया है कि क्या मृतक के परिवार का सदस्य मृतक पर आर्थिक रूप से निर्भर था. उन्होंने चिंता जताई कि ये एक ऐसा सवाल है जो मिलने वाले मुआवजे की राशि को प्रभावित कर सकता है.

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एयर इंडिया ने क्या कहा?

एयर इंडिया ने इंडिया टुडे को एक एक्सक्लूसिव बयान जारी कर सभी आरोपों को नकार दिया है. एयरलाइन ने कहा कि प्रश्नावली इसलिए तैयार की गई थी ताकी ये सुनिश्चित किया जा सके कि मृतक से परिवार का क्या संबंध है. एयर इंडिया ने एक बयान में कहा, 

कुछ औपचारिक प्रक्रियाएं हैं जिनका पालन किया जाना चाहिए. लेकिन हम परिवारों को ढील दे रहे हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है. हम हर संभव मदद करना चाहते हैं.

एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया कि फॉर्म व्यक्तिगत रूप से या ईमेल के माध्यम से जमा किए जा सकते हैं और बिना बुलाए घर पर कोई दौरा नहीं किया जाएगा. एयरलाइन की माने तो 47 परिवारों को भुगतान पहले ही किया जा चुका है और 55 और लोगों के दस्तावेजों पर काम चल रहा है. इसके अलावा, टाटा ग्रुप ने भी हर मृतक परिवार के सदस्य को 1 करोड़ रुपये देने का एलान किया है.

वीडियो: अहमदाबाद एयर इंडिया क्रैश के ब्लैक बॉक्स पर क्या पता चला?

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