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NEET 2024: बिहार में मिले 'पेपर लीक होने के बड़े संकेत', अफसर ने बताया कैसे हुआ 'खेल'

बीते दिनों शिक्षा मंत्री Dharmendra Pradhan ने NEET Paper Leak के आरोपों से इनकार किया था. हालांकि उन्होंने कहा ये भी था कि अगर आरोप सच साबित होते हैं, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. अब बिहार में मामले की जांच कर रही SIT को कुछ बड़ा पता लगा है.

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बिहार में पुलिस को NEET में पेपर लीक के संकेत मिले. (प्रतीकात्मक तस्वीर - PTI)

बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) NEET में कथित पेपर लीक (NEET Paper Leak) के आरोपों की जांच कर रही है. अब EOU के एक विशेष जांच दल (SIT) ने कहा है कि उसकी जांच से पेपर लीक (suggestive of Paper Leak in investigation) होने के बड़े संकेत मिले हैं. SIT का कहना है कि NTA से कुछ सवाल पूछे गए थे, जो NEET का आयोजन करती है. टीम को अभी जवाब मिले हैं. कुछ फ़ॉलो-अप सवाल पूछ जाने हैं. कुछ कॉन्टैक्ट पर काम किया जा रहा है, जो पेपर लीक होने के संकेत देते हैं.

बिहार EOU के विशेष जांच दल (SIT) ने पिछले महीने पटना पुलिस से जांच का जिम्मा संभाला था. इस 8 सदस्यीय SIT की अध्यक्षता मदन कुमार आनंद कर रहे हैं, जो बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के SP (प्रशासन) हैं. SIT का कहना है कि एक 'संगठित अंतर-राज्यीय गिरोह' के सदस्यों से कई उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड, पोस्ट-डेटेड चेक और प्रमाण पत्र जब्त किए गए थे. EOU के एडिशनल डायरेक्ट जनरल (ADG) NH खान ने बताया,

“हम अपनी जांच के दौरान मिले कुछ संपर्कों पर काम कर रहे हैं, जो पेपर लीक होने का संकेत देते हैं. हमारी टीम अब पुष्टि करने वाले सबूत जुटाने की कोशिश में लगी हुई है. मसलन प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं किसने और कहां से हासिल कीं और वो एग्जाम सेंटर तक कैसे पहुंचीं?”

EOU के एक सूत्र का कहना है कि SIT ने पोस्ट-डेटेड चेक जब्त किए हैं. इससे पता चलता है कि उम्मीदवारों ने एक संगठित गिरोह को पैसे दिए. सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े संतोष सिंह को बताया,

"हमारे पास ऐसे सबूत हैं, जो बताते हैं कि नीट के बाद एक केंद्र पर प्रश्न पत्र जलाए गए थे. हालांकि ये इस बात की पुष्टि के लिए पर्याप्त नहीं है कि पेपर लीक हुआ था. मामले की जांच की जा रही है. गिरफ़्तार 13 लोगों में चार ऐसे हैं, जिन्होंने NEET की परीक्षा दी थी. बाक़ी लोग उनके माता-पिता और संगठित गिरोह के सदस्य हैं, जिन्होंने कथित तौर पर रामकृष्ण नगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में आने वाले एक स्कूल में परीक्षा से पहले 35 अभ्यर्थियों को इकट्ठा किया और एक नकली परीक्षा आयोजित की. कथित तौर पर उन्हें वहां उत्तरों के साथ NEET के क्वेश्चन पेपर मिले. स्कूल से प्रश्नपत्रों के कुछ टुकड़े भी बरामद किए गए हैं."

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EOU के अफ़सर ने बताया कि गिरफ़्तार आरोपियों में से एक नीतीश कुमार, जो गया का निवासी है. पहले भी उसे EOU द्वारा गिरफ़्तार किया गया था. तब उसकी गिरफ़्तारी 15 मार्च को बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले में हुई थी. बता दें, 5 मई को पटना पुलिस को वहां के अलग-अलग एग्जाम सेंटर्स में आयोजित नीट परीक्षा में कथित धांधली की ख़बर मिली थी. इसके बाद शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था.

इससे पहले 13 जून को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NEET पेपर लीक से जुड़े मुद्दों पर पत्रकारों से बात की थी. इस बातचीत में उन्होंने कहा था कि लगभग 4,500 केंद्रों में से सिर्फ़ 6 में समस्याएं आईं. इसे छोड़कर पूरे देश में NEET का आयोजन संतोषजनक ढंग से किया गया. उन्होंने पेपर लीक के आरोपों से इनकार किया था. हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि अगर कुछ भी सच साबित होता है, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. अगर कोई चूक पाई जाती है, तो NTA की जवाबदेही भी तय की जाएगी.

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