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बेंगलुरु भगदड़: RCB पर चलेगा आपराधिक केस, कर्नाटक सरकार ने दी मंजूरी

राज्य सरकार ने रिपोर्ट में कहा है कि RCB मैनेजमेंट ने 3 जून को पुलिस से संपर्क किया था. लेकिन ये सिर्फ एक सूचना मात्र थी, न कि कानून के तहत कोई परमिशन.

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कैबिनेट ने जस्टिस माइकल डी कुन्हा आयोग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला लिया. (फोटो- PTI)

बेंगलुरु भगदड़ मामले में IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ आपराधिक ट्रायल चलाया जाएगा. कर्नाटक सरकार की कैबिनेट ने 17 जुलाई को इस संबंध में अहम फैसला किया है. उसने RCB और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की मंजूरी दे दी है (Criminal case against RCB). कैबिनेट ने जस्टिस माइकल डी कुन्हा आयोग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला लिया है.

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इंडिया टुडे से जुड़े सगाय राज की रिपोर्ट के अनुसार रिटायर्ड जस्टिस माइकल डी कुन्हा की अध्यक्षता वाली एक सदस्यीय कमेटी ने इस मामले की जांच रिपोर्ट तैयार की. रिपोर्ट में बताया गया कि सभी अधिकारियों को इस बात का अंदेशा था कि वहां भीड़ को मैनेज करना आसान नहीं है, इसके बावजूद इस आयोजन को आगे बढ़ाया गया. रिपोर्ट में सभी संबंधित पक्षों की घोर लापरवाही का हवाला दिया गया है.

रिपोर्ट में क्या सामने आया?

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार ने रिपोर्ट में कहा है कि RCB मैनेजमेंट ने 3 जून को पुलिस से संपर्क किया था. 18 साल बाद IPL ट्रॉफी जीतने के बाद टीम ने पुलिस को संभावित विक्ट्री परेड के बारे में बताया था. लेकिन ये सिर्फ एक सूचना मात्र थी, न कि कानून के तहत कोई परमिशन. रिपोर्ट में कहा गया कि ऐसी परमिशन आयोजन से कम से कम सात दिन पहले लेनी होती है.

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आगे रिपोर्ट में लिखा है कि RCB ने पुलिस से पूछे बिना अगले दिन सुबह 7.01 बजे अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक फोटो पोस्ट की. इसमें लोगों के लिए फ्री में एंट्री की सूचना दी गई थी. सुबह 8 बजे एक और पोस्ट किया गया. इसमें इस जानकारी को दोहराया गया. रिपोर्ट में बताया गया,

"इसके बाद 4 जून को सुबह 8:55 बजे RCB ने अपने ऑफिशियल हैंडल @Rcbtweets on X पर विराट कोहली का एक वीडियो क्लिप शेयर किया. जिसमें उन्होंने बताया कि टीम इस जीत का जश्न 4 जून को बेंगलुरु में शहर के लोगों और RCB फैन्स के साथ मनाना चाहती है."

इसके बाद RCB ने दोपहर 3:14 बजे एक और पोस्ट किया. इसमें शाम 5:00 बजे से 6:00 बजे तक विधानसभा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक विक्ट्री परेड आयोजित करने की घोषणा की गई. इस पोस्ट में कहा गया कि इस परेड के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम में समारोह आयोजित किया जाएगा. रिपोर्ट में बताया गया,

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“इस पोस्ट में पहली और एकमात्र बार बताया गया था कि shop.royalchallengers.com पर मुफ्त पास (सीमित एंट्री) उपलब्ध थे. इस वक्त तक पास के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी. जिसका अर्थ है कि ये आयोजन RCB  पोस्ट के आधार पर सभी के लिए खुला था."

RCB हैंडल के इस पोस्ट्स को सोशल मीडिया पर काफी इंगेजमेंट मिली. इसमें 44 लाख से ज्यादा व्यूज थे. जस्टिस कुन्हा की रिपोर्ट में बताया गया कि 4 जून को दोपहर करीब 3 बजे चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास अचानक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस सीमित जगह में लगभग 3 लाख लोग इकट्ठा हो गए, जबकि स्टेडियम की क्षमता 35 हजार से कुछ ज्यादा था. RCB और आयोजकों ने सोशल मीडिया हैंडल पर फ्री एंट्री की बात कही थी. इस वजह से स्टेडियम के एंट्री गेट्स पर इतनी भीड़ जमा हो गई.

रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB, DNA (आयोजक कंपनी) और KSCA आपस में कॉर्डिनेट करने में विफल रहे. एंट्री गेट्स पर खराब प्लानिंग और उन्हें खोलने में देरी की गई. जिस कारण अव्यवस्था फैल गई. और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. घटना में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए.

इसके अलावा जांच में पता चला कि प्रमुख अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई नहीं की. जॉइंट पुलिस कमिश्नर शाम 4 बजे घटनास्थल पर पहुंचे. जबकि पुलिस कमिश्नर को घटना की जानकारी शाम 5:30 बजे तक नहीं दी गई थी.

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