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नकली गवाहों से नाना पाटेकर ने केस जीता: तनुश्री दत्ता

पुलिस नाना पाटेकर के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने की वजह से आगे जांच करने में असफल रही.

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तनुश्री दत्ता के सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोपों की वजह से नाना को कई प्रोजेक्ट्स से बाहर कर दिया गया था.
सितंबर, 2018 को एक टेलिविज़न चैनल को दिए एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर उन्हें सेक्शुअली हैरस करने का आरोप लगाया था. तनुश्री ने कहा था कि फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज़’ के एक गाने की शूटिंग के दौरान नाना उनके साथ काफी बेतरतीबी से पेश आए थे, उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश कर रहे थे. तनुश्री के मुताबिक इसकी शिकायत फिल्म के प्रोड्यूसर्स से भी की गई लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ. बाद में जब वो अपनी गाड़ी में बैठकर जाने लगीं, तब उनके साथ हिंसा करने की भी कोशिश की गई.
ये केस काफी दिनों से अटका हुआ था. ताज़ा अपडेट ये है कि मुंबई पुलिस ने इस मामले में अंधेरी के मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के सामने बी समरी रिपोर्ट फाइल कर दी है. लोगों ने कहा कि नाना को क्लीन चिट मिल गई. यहां ये समझ लेते हैं कि ये बी समरी रिपोर्ट होती क्या है. 'B समरी रिपोर्ट' पुलिस तब फाइल करती है, जब शिकायत के बाद उसे सबूत नहीं मिलते और वो आगे जांच करने में असफल रहती है. हालांकि तनुश्री दत्ता इस पर भड़क गईं. न्याय व्यवस्था और पुलिस को भ्रष्ट बताते हुए, नाना पाटेकर को बचाने का आरोप लगाया. इस मामले में अब तक एक्ट्रेस डेज़ी शाह और कोरियोग्राफर गणेश आचार्य समेत 15-16 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसी ने इस घटना के बारे में कुछ नहीं बताया है. बी समरी फाइल किए जाने की खबर आने के बाद तनुश्री ने एक बयान जारी करके कहा कि गवाहों को धमकाकर शांत कराया गया है और उनका केस कमज़ोर करने के लिए नकली गवाह खड़े किए गए थे. तनुश्री का दावा है कि उनके पक्ष से सभी गवाहों के बयान दर्ज किए बिना पुलिस ने बी समरी फाइल कर दी है. तनुश्री ने ये भी जोड़ा कि उन्हें ऐसा होने पर कोई हैरानी नहीं हुई, क्योंकि भारत में ऐसा हो जाना आम है. लेकिन सबूत उस वीडियो में भी हैं जिसमें 'हॉर्न ओके प्लीज़' के सेट से निकलते हुए मेरी कार पर हमला हुआ था. आखिर में तनुश्री ने ये कहा कि वो भले न्याय के लिए लड़ते लड़ते थक गई हों, लेकिन वो सोशल मीडिया पर हैरेसमेंट के आरोपियों को एक्सपोज़ करती रहेंगी ताकि कोई भी ऐसा करने से पहले दो बार सोचे. तनुश्री इस बारे में 2008 में भी बात कर चुकी हैं. तब नाना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके आरोपों का जवाब दिया और कहा था-
”मुझे नहीं पता ये बच्ची (तनुश्री दत्ता) ऐसा क्यों बोल रही है. मैंने कहा मुझे नाचना नहीं आता इसलिए रिहर्सल थोड़ी ज़्यादा लगेगी. आप जाकर वैन में बैठो, हमारा हो जाएगा, तो आपको बुला लेंगे. इसके बाद वो बाहर ही नहीं आई.”

जब 2018 में इसी के साथ मीटू जैसा कैंपेन शुरू हुआ था, जिसमें कई बड़े नाम आए. लेकिन तब भी नाना ने कहा कि जो बात उन्होंने दस साल पहले कही थी, वही बात वो फिर से कहेंगे. क्योंकि इतने सालों में न सच्चाई बदली है, न उनका बयान.
पुलिस की रिपोर्ट पर अब मैजिस्ट्रेट को फैसला लेना है. और इसके लिए वो दोनों पक्षों के तर्क सुनेंगे. तनुश्री के वकील ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि वो पुलिस की रिपोर्ट का विरोध करेंगे और मामले को हाईकोर्ट तक ले जाएंगे.


वीडियो देखें: मी टू में नाम आने वाले लोगों पर आरोप और उनकी सफाई  

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