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'बेटे' की सिर कटी लाश मिली, अंतिम संस्कार में पता चला वो चंडीगढ़ में गर्लफ्रेंड संग घूम रहा

उत्तर प्रदेश के मेरठ का मामला. परिजनों को लगा लड़की के परिवार ने उनके बेटे को मार दिया. बाद में जब पूरा मामला खुला तो सबके सिर घूम गए!

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परिवार ने मान लिया था मर गया लड़का, वो गर्लफ्रेंड के साथ चंडीगढ़ में मिला! (साभार - आजतक)

उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) में कुछ दिनों पहले एक लाश क्षत-विक्षत हालत में मिली थी. लाश का सिर धड़ से अलग था. हाथ भी काट दिए गए थे. लाश के मिलने के चार दिन बाद एक परिवार ने इसकी पहचान की. कहा कि ये उनके बेटे की लाश है. परिजन अंतिम संस्कार करने जा ही रहे थे कि उन्हें जोर का झटका बड़ी खुशी से लगा. उन्हें पता चला कि ये लाश उनके बेटे की नहीं है और वो मरा भी नहीं है. जिंदा है और अपनी गर्लफ्रेंड के साथ चंडीगढ़ में है. बताया गया कि पुलिस ने उसे वहां घूमते हुए पकड़ा.

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आजतक से जुड़े उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक 10 सितंबर को मेरठ के दौराला थाने में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के पास नाले में एक युवक की सिर कटी लाश मिलने से सनसनी मच गई. बताया गया कि लाश के दोनों हाथ भी कटे हुए थे. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला. पहचान का प्रयास किया गया. पर शिनाख्त नहीं हो सकी. शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया गया. दौराला पुलिस ने शव की पहचान कराने के लिए फेसबुक पर बनाए ग्रुप्स और थानों के 1626 ग्रुपों में फोटो भेजे.

पुलिस के मुताबिक मृतक की उम्र लगभग 25 साल बताई गई. पुलिस ने सिर और हाथों की तलाश भी कराई. नाले में, आसपास के खेतों में, हर जगह तलाश कराई गई, लेकिन पुलिस को कुछ नहीं मिला. उसने आसपास के थानों में गुमशुदा लोगों के बारे में जानकारी हासिल की.

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इस बीच शव मिलने का शोर मचा तो बात मुजफ्फरनगर के एक परिवार तक पहुंची. इस परिवार का एक लड़का 28 अगस्त से लापता था. नाम है मोंटू. उस पर एक लड़की के परिवार ने आरोप लगाया हुआ था कि वो उसे ‘भगाकर’ ले गया है. 31 अगस्त को थाने में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. इधर मोंटू के परिजनों को उसकी कोई ख़बर नहीं मिल रही थी. उसका फोन भी ऑफ आ रहा था. ऐसे में लड़के के परिवार ने आरोप लगाया कि लड़की के परिजनों ने उसे मारकर बॉडी फेंक दी है.

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परिजनों को लगा लाश मोंटू की है

10 सितंबर को बात फैली तो मोंटू के परिजन मोर्चरी पहुंचे. परिवार ने बताया, मोंटू की गर्दन पर टैटू था. उसने अपने हाथ पर अपने माता-पिता का नाम भी गुदवा रखा था. परिजनों को शक हुआ कि शायद इन हिस्सों को मृतक की पहचान छिपाने के लिए काट दिया गया हो. लेकिन परिवार ने किसी तरह पहचान करने का दावा किया और शव को मोंटू का समझकर मुजफ्फरनगर लेकर आ गए. 

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हालांकि, अंतिम संस्कार करने से पहले सूचना मिली की मोंटू जिंदा है. वो अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर चंडीगढ़ चला गया था. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मोंटू यहां दिन में एक सैलून में और रात को बतौर सिक्योरिटी गार्ड नौकरी कर रहा था. उसके भाइयों ने बताया था कि वो रक्षाबंधन मनाने 22 अगस्त को गांव आया था. फिर 28 को वो वहां से निकल गया. बुधवार 13 सितंबर को पुलिस को वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घूमता मिला. पुलिस ने दोनों को उनके घर पहुंचा दिया है.

उधर सिर कटी लाश की शिनाख्त करवाना फिर से एक सवाल बन गया है. पुलिस के लिए पूरी कहानी घूमकर वहीं खड़ी हो गई है, जहां से शुरू हुई थी कि लाश आखिर है किसकी? 

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