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अध्यक्ष के चुनाव से पहले थरूर समेत 5 कांग्रेस नेताओं की चिट्ठी, बोले- पारदर्शिता की चिंता है

मनीष तिवारी, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई, अब्दुल खालीक ने चिट्ठी लिखी है.

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कांग्रेस नेता शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम और मनीष तिवारी (फोटो: इंडिया टुडे)

कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष पद का चुनाव (Congress President Election) 17 अक्टूबर को होना है. पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा करते हुए कहा गया था कि इस पद के लिए 'कोई भी' दावेदारी पेश कर सकता है. लेकिन इस बीच कांग्रेस के ही कुछ नेता चुनावी की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के पांच नेताओं ने अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता, निष्पक्षता को लेकर चिंता जताई है. 

इन नेताओं में मनीष तिवारी, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई, अब्दुल खालीक का नाम शामिल है. आजतक की मौसमी सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक इन कांग्रेस सांसदों ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को इस सिलसिले में खत लिखा है.

मधुसूदन मिस्त्री को शशि थरूर पहले भी ऐसा पत्र लिख चुके हैं. मनीष तिवारी ने भी कांग्रेस संगठन चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि वोटर लिस्ट के बिना कांग्रेस अध्यक्ष पद के निष्पक्ष चुनाव कैसे होंगे. उन्होंने मांग की थी कि निष्पक्ष चुनाव के लिए पार्टी के वोटर्स का नाम-पता पब्लिश किया जाना चाहिए. 

कांग्रेस नेताओं ने खत में क्या लिखा? 

खबरों के मुताबिक कांग्रेस के पांच सांसदों ने चिट्ठी में लिखा है कि ऐसी लिस्ट मतदाता और उम्मीदवारों को मुहैया कराई जानी चाहिए जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के डिलिगेट्स और इलेक्टोरल कोलाज (वोट डालने वाले लोगों की लिस्ट) के नाम हों. 

मधुसूदन मिस्त्री को 6 सितंबर को लिखे संयुक्त पत्र में शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई और अब्दुल खालीक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मतदाता सूची जारी करने की उनकी मांग को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने लिखा, 

हम यह सुझाव नहीं दे रहे हैं कि पार्टी के किसी भी आंतरिक दस्तावेज को इस तरह से जारी किया जाना चाहिए, जिससे उन लोगों को मौका मिल सके जो इस जानकारी का गलत इस्तेमाल करना चाहते हैं.

मिस्त्री को लिखे खत में कहा गया है कि चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों की एक लिस्ट देनी चाहिए, जो निर्वाचक मंडल बनाते हैं. सांसदों ने कहा कि ऐसी लिस्ट दी जानी चाहिए ताकि यह वेरिफाई किया जा सके कि कौन उम्मीदवार नामित करने और कौन वोट देने का हकदार है. 

इन नेताओं की मांग है कि अगर वोटरों की लिस्ट सार्वजनिक करने में कोई समस्या है, तो सभी वोटरों और संभावित उम्मीदवारों के साथ इस जानकारी को सुरक्षित तरीके से शेयर किए जाने की व्यवस्था करनी चाहिए.

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