उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) में अपनी मालकिन की जान लेने वाले पिटबुल कुत्ते (Pitbull Dog) को अडॉप्ट करने के लिए कई लोग सामने आए हैं. इस बीच कुत्ते के हमले में जान गंवाने वाली सुशीला त्रिपाठी के बेटे अमित ने कहा है कि अगर नगर निगम के लोग इजाजत देंगे तो वह खुद ही अपने कुत्ते को वापस ले आएंगे.
पिटबुल के मालिक ने कहा - "परमिशन मिले तो अपने डॉग को वापस रख लूंगा"
बेटा ही नहीं, कई लोग लखनऊ के पिटबुल को गोद लेना चाहते हैं!

आजतक के आशीष श्रीवास्तव से बातचीत में पिटबुल के मालिक अमित त्रिपाठी ने कहा,
'पिछले कुछ दिनों के दौरान कई लोगों ने मुझे मेल किया, मुझसे संपर्क किया. इन लोगों ने मेरे पिटबुल डॉग को अडॉप्ट करने की बात कही है. लेकिन, अगर मेरे मोहल्ले के लोग और लखनऊ नगर निगम परमिशन देगा तो मैं खुद ही अपने डॉग को वापस रख लूंगा. नहीं तो किसी को अडॉप्ट करवा दूंगा.'
अमित त्रिपाठी का मानना है कि घटना के समय ऐसी कुछ परिस्थितियां बनी होंगी, जिसके चलते यह घटना घट गई. कुत्ते ने जानबूझकर यह सब नहीं किया.
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लोग पिटबुल को अडॉप्ट क्यों करना चाहते हैं?लखनऊ के रहने वाले सुमित पिटबुल को अडॉप्ट करना चाहते हैं. सुमित ने आजतक के आशीष श्रीवास्तव से कहा,
पिटबुल 14 दिन के लिए स्पेशल केज में'मेरे पास एक डॉग है और जिस तरीके से पिटबुल डॉग को निगेटिव दिखाया गया है, वह गलत है. कोई भी डॉग गलत नहीं करता है, परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं. मैं उस पिटबुल डॉग को गोद लेना चाहता हूं. इसके लिए मैंने अमित त्रिपाठी से संपर्क भी किया है. पिटबुल डॉग को अपने साथ रखने के लिए मेरी अमित से बातचीत चल रही है.'
बता दें कि 12 जुलाई को लखनऊ के बंगाली टोला इलाके में 80 वर्षीय सुशीला त्रिपाठी पर उनके पालतू पिटबुल डॉग ने हमला कर दिया था. इस हमले में उनकी मौत हो गई थी. इसके बाद लखनऊ नगर निगम ने पिटबुल को जब्त कर लिया था. उसे लखनऊ के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के एक स्पेशल केज में रखा गया है. ये 14 दिन तक यहां रहेगा. नगर निगम का एक विशेष पैनल पिटबुल के व्यवहार की जांच कर रहा है. पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पिटबुल आखिर क्यों अचानक इतना खूंखार हो गया कि उसने अपनी मालकिन को मार डाला.
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