अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) लगातार वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो (Nicolas Maduro) पर हमलावर हैं. वहीं अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट पर एक तेल टैंकर जब्त कर लिया. अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने 11 दिसंबर को वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो से फोन पर बात की. और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया.
पुतिन की एंट्री से बदला वेनेजुएला का खेल, कैरेबियन में अमेरिका से भिड़ने को रूस तैयार?
रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin ने लंबे समय से सहयोगी रहे Venezuela के राष्ट्रपति Nicolas Maduro से फोन पर बात की. इस बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका के साथ चल रह गतिरोध में वेनेजुएला के साथ खड़े रहने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है.


क्रेमलिन की ओर से एक बयान जारी कर रूसी राष्ट्रपति पुतिन और वेनेजुएला के राष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत की जानकारी दी गई है. बयान में बताया गया कि व्लादिमीर पुतिन ने वेनेजुएला के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की. और बढ़ते बाहरी दबाव को देखते हुए राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता की रक्षा के उद्देश्य से मादुरो सरकार की नीति को अपने समर्थन की पुष्टि की. रूस वेनेजुएला के एक प्रमुख सहयोगी है. उसने मादुरो सरकार को राजनयिक और आर्थिक समर्थन प्रदान किया है, खासकर जब से अमेरिका ने वेनेजुएला पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं.
अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ा तनावसाउथ अमेरिका में वेनेजुएला और अमेरिका के बीच तनाव खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के समु्द्री तट पर एक बड़े तेल टैंकर पर कब्जा कर लिया. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 10 दिसंबर को इसकी जानकारी दी. और उनकी सरकार ने इस सैन्य ऑपरेशन का वीडियो भी जारी किया.
राष्ट्रपति ट्रंप का यह कदम ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और वेनेजुएला के बीच ड्रग्स तस्करी के मामले को लेकर तनाव चरम पर है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे अमेरिका में हो रही ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जंग बताया है, जबकि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप उनकी सरकार का तख्तापलट करना चाहते हैं.
क्या अमेरिका जाएगा टैंकर ?वॉइट हाउस की ओर से बताया गया है कि जिस टैंकर को जब्त किया गया है उसका नाम 'स्किपर' है. इस टैंकर को अब अमेरिकी बंदरगाह ले जाया जाएगा और उसमें मौजूद तेल को भी जब्त किया जाएगा.
अमेरिका ने टैंकर को क्यों कब्जे में लियावॉइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलाइन लेविट ने बताया कि यह ऑपरेशन उन जहाजों को रोकने के लिए किया गया है जो ब्लैक मार्केट तेल बेचकर ड्रग्स और आतंकी नेटवर्क को फंडिंग देते हैं. अमेरिकी सरकार का दावा है कि वेनेजुएला में मादुरो सरकार के जरिए बड़े स्तर पर नारको-ट्रैफिकिंग होती है, और ये जहाज उसी नेटवर्क का हिस्सा हैं.
अमेरिका पिछले कई महीनों से कैरेबियन सागर में अपनी विशाल नौसेना को तैयार कर रखा है. उसने अपना सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर USS गेराल्ड फोर्ड को वेनेजुएला के करीब तैनात किया है. अमेरिकी कोस्टगार्ड ने हाल के महीनों में कई कथित ड्रग-बोट्स को निशाना बनाया है, इन हमलों में करीब 90 लोगों की मौत हुई है. इससे दोनों देशों के बीच टकराव और गहरा गया है.
ये भी पढ़ें - पाकिस्तान में पुलिसवालों को 6 महीनों से नहीं मिली सैलरी, आतंक की फंडिंग जारी है
वेनेजुएला ने क्या प्रतिक्रिया दी है?वेनेजुएला ने अमेरिकी कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय समुद्री डकैती करार दिया है. वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय और वरिष्ठ मंत्री दियोसदादो काबेलो ने अमेरिका को ‘चोर’, ‘कातिल’ और ‘डकैत’ तक कह दिया. उनका आरोप है कि अमेरिका वेनेजुएला का तेल हथियाने और देश को अस्थिर करने की साजिश कर रहा है.
वीडियो: दुनियादारी: पुतिन ने भारत को तेल आपूर्ति का वादा कर अमेरिका को क्या संदेश दिया?



















