देशभर में लॉकडाउन को बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया गया है. लॉकडाउन 4 में पहले के मुकाबले बहुत सारी रियायत दी गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसको लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. इसके तहत ई-कॉमर्स कंपनियां हर जगह चीजों की डिलिवरी कर सकती हैं, सिवाय कंटेंटमेंट जोन के. कन्टेनमेंट क्षेत्र बोले, तो वो जगह, जहां कोरोना वायरस के एक या एक से ज्यादा एक्टिव केस पाए गए हैं. कन्टेनमेंट क्षेत्र में रहने वाले लोग सिर्फ इसेंशियल चीजें ऑर्डर कर सकते हैं. ऐमेज़ॉन, स्नैपडील और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों से लोग अब फिर से ऑर्डर कर सामान मंगवा सकेंगे. नई गाइडलाइन के तहत ई-कॉमर्स कंपनियां अब इसेंशियल के साथ ही नॉन-इसेंशियल चीजों की भी डिलिवरी कर सकती हैं. सभी जोन में. चाहे ग्रीन हो या ऑरेंज या रेड. अब आप मोबाइल, लैपटॉप, कपड़े सहित सभी सामान ऑर्डर कर सकेंगे. ई-कॉमर्स कंपनियां क्या कह रही हैं? ऐमेज़ॉन ने कहा है कि वो ई-कॉमर्स को लेकर सरकार के नए नोटिफिकेशन का स्वागत करती है. इससे ऐमेज़ॉन के छह लाख रिटेलर समर्थ होंगे और इकॉनमी को फिर से खड़ा करने में मदद करेंगे. कंपनी ने कहा है कि वो अपने कर्मचारियों और कम्युनिटी की हिफाजत के लिए प्रतिबद्ध है. सभी डिलिवरी एजेंट के लिए सारे सेफ्टी गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है. उन्हें फेस मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करने के साथ ही पैकेज को भी संभालना है. पहले क्या थे नियम? पहले के दो लॉकडाउन में ई-कॉमर्स कंपनियां सिर्फ किराना, स्वास्थ्य देखभाल और दवा बेच सकती थीं. तीसरे लॉकडाउन में ऑरेंज और ग्रीन जोन में सभी सामान बेचने की इजाजत दी गई थी. अब करीब-करीब उन्हें पूरी आजादी मिल गई सामान बेचने की.
विडियो- कोरोना सफ़र: गाज़ियाबाद के झुग्गी में रह रहे बच्चे पुलिस और कोरोना के बारे में क्या कह रहे हैं?
क्या ई-कॉमर्स कंपनियों से अब सारी चीज़ें सभी जोन में ऑनलाइन मंगा सकते हैं?
जानिए नियम क्या कहते हैं.

प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई