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खालिस्तानी आतंकी पन्नू हमले से बचा, 'साजिश' पर अमेरिका ने भारत को क्या सुना दिया?

अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की 'साजिश' पर बयान दिया है. भारत के अधिकारियों ने भी अमेरिकी अधिकारियों को सीधा जवाब दे दिया है.

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USA की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की सांकेतिक तस्वीर और गुरपतवंत सिंह पन्नू की तस्वीर | फोटो: इंडिया टुडे

ब्रिटेन के अख़बार फाइनेंशियल टाइम्स ने 22 नवंबर को अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि अमेरिकी एजेंसियों ने ख़ालिस्तानी चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) को मारने की 'साजिश' को नाकाम कर दिया. इस खबर के बाद, अब अमेरिका का भी इस मसले पर बयान आ गया है. उसने कहा है कि उसके अधिकारी इस मसले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और उन्होंने इसकी जानकारी भारतीय सरकार से भी साझा कर दी है.

इंडियन एक्सप्रेस के शुभाजीत रॉय के इनपुट्स के मुताबिक़, वाइट हाउस नैशनल सेक्योरिटी काउंसिल (NSC) के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने बताया कि भारत सरकार से कहा गया है कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. वाइट हाउस ने कहा,

"हम इस मसले को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं और इसे अमेरिकी सरकार ने भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उठाया है. इसपर भारतीय अधिकारियों ने हैरत और चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधि उनकी नीति नहीं थी."

इतना बवाल कटा क्यों है?

जून 2023 में कनाडा के वैंकूवर में 'ख़ालिस्तानी आतंकी' हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हो गई थी. इसके बाद कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने इस हत्या की जानकारी सार्वजनिक की थी. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से छापा है कि ट्रूडो के बयान के बाद अमेरिका ने अपने कुछ सहयोगी देशों को पन्नू की हत्या की साजिश के बारे में बताया. रिपोर्ट के मुताबिक़, जून 2023 में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान बाइडन सरकार ने इस मामले को लेकर भारत के सामने विरोध जताया था.

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इस मामले में एक कथित आरोपी के ख़िलाफ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सीलबंद केस दायर किया गया है. हालांकि, अमेरिका का जस्टिस डिपार्टमेंट अभी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि सीलबंद केस को सार्वजनिक किया जाए या हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच पूरी होने तक का इंतज़ार किया जाए. इसी वजह से पन्नू को मारने की कथित साजिश क्यों विफल हुई, इसे लेकर अभी स्थिति साफ़ नहीं हो पाई है.

दो दिन पहले पन्नू के खिलाफ मामला दर्ज

सिख फ़ॉर जस्टिस का नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका और कनाडा का नागरिक है. उसने इस महीने की शुरुआत में एक वीडियो में धमकी जारी की थी. वीडियो में पन्नू लोगों से 19 नवंबर को एयर-इंडिया के विमानों से यात्रा नहीं करने की बात कह रहा था. इसके बाद भारतीय एयरपोर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई थी. इस धमकी भरे बयान के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने पन्नू के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था. इसके अलावा देश के विभिन्न इलाकों में पन्नू से जुड़े 14 ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की थी.