यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूसी सेना में शामिल एक और भारतीय की मौत हुई है. 14 जनवरी को विदेश मंत्रालय ने बताया कि केरल के रहने वाले एक व्यक्ति (Kerala man dies in Russia war) की मौत हुई है. वहीं, एक भारतीय घायल भी हुआ है. इस घटना के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अब तक 10 भारतीयों की मौत हो चुकी है. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि भारत सरकार ने रूसी सेना में भर्ती किए गए सभी भारतीय नागरिकों को जल्द मुक्त करने का मुद्दा उठाया है.
रूस-यूक्रेन युद्ध में एक और भारतीय की मौत, विदेश मंत्रालय ने क्या बताया?
परिवार ने न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए बताया कि दोनों के रूस पहुंचने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए थे. बाद में उन्हें रूस मिलिट्री सपोर्ट सर्विस की तरफ से युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिया गया.
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इंडिया टुडे से जुड़ीं शिवानी शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिशूर के रहने वाले बिनिल टी बी (Binil T B) की मौत कॉन्फ्लिक्ट जोन में हुई. 13 जनवरी को उनके रिश्तेदार ने ये खबर सार्वजनिक की. 32 साल के बिनिल के साथ उनके रिश्तेदार जैन टी के (Jain T K) भी रूस गए थे. जैन फ्रंट-लाइन सेवा के लिए नियुक्त किए गए थे. उनकी उम्र 27 साल है.
रिपोर्ट बताती है कि एक ड्रोन हमले में बिनिल की मौत हो गई. जबकि जैन घायल हो गए. उनका इलाज मॉस्को के एक अस्पताल में चल रहा है.
बिनिल और जैन, दोनों ने ITI से मैकेनिकल में डिप्लोमा की डिग्री ली थी. वे दोनों इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर के काम के लिए रूस गए थे. उनके परिवार ने न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए बताया कि दोनों के रूस पहुंचने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए थे. बाद में उन्हें रूस मिलिट्री सपोर्ट सर्विस की तरफ से युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिया गया.
विदेश मंत्रालय ने रूसी अधिकारियों से की बात14 जनवरी को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर जवाब दिया. उन्होंने कहा,
"मामले को आज मॉस्को में रूसी अधिकारियों के सामने सख्ती से उठाया गया है. साथ ही नई दिल्ली में रूसी दूतावास के साथ भी इस पर बात की गई. रूसी सेना में शामिल अन्य भारतीय लोगों को जल्द छुट्टी देने की मांग दोहराई गई है."
इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने एक बयान भी जारी किया. इसमें रणधीर जायसवाल के हवाले से लिखा गया है,
“हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. मॉस्को में हमारा दूतावास परिवारों के संपर्क में है. और हरसंभव मदद देने की कोशिश कर रहा है. हम शव को भारत जल्द लाने के लिए रूसी अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं. हमने घायल व्यक्ति की जल्द रिहाई और भारत वापसी की मांग की है.”
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में रूसी सेना में शामिल नौ भारतीयों की मौत हुई थी. बिनिल की मौत के साथ ही मरने वालों की संख्या 10 हो गई है. पिछले साल अक्टूबर में भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि 85 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना से मुक्त कर दिया है. साथ ही 20 अन्य को मुक्त कराने के लिए प्रयास जारी हैं.
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