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बुजुर्ग को नाले में फेंक बना दी नशे में डूबने की कहानी, फिर ऐसे खुला मर्डर का राज!

बेटे ने पहले ही हत्या की बात कही थी. तब पुलिस ने कहा, 'तुम्हारे पिता शराब पीते हैं.'

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मृतक व्यक्ति की पत्नी उनकी तस्वीर के साथ (बाएं), CCTV में कैद गत्ता लेकर जाते हुए आरोपी (दायें), (फोटो सोर्स- आजतक)

कानपुर में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात (Kanpur Murder) सामने आई है. एक बुजुर्ग को गत्ते के डिब्बे में डालकर नाले में फेंक दिया गया, जिसमें डूबने के चलते उनकी मौत हो गई. पहले ये दावा किया जा रहा था कि शराब के नशे में नाले में गिरने से उनकी जान चली गई. लेकिन जब शव का पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें भी मौत की वजह नाले में डूबना बताया गया था.  लेकिन पुलिस ये पता नहीं लगा पा रही थी कि बुजुर्ग नाले में कैसे डूबे.

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इस बीच 17 दिन बाद आए एक CCTV  फुटेज ने कहानी साफ़ कर दी है. इसमें दो लोग रात को बड़े से गत्ते के डिब्बे को नाले में फेंकते नजर आए. मृतक बुजुर्ग के परिजनों ने आरोप लगाया है कि वे जिस टेंट हाउस में काम करते थे, उसके मालिक और अन्य कर्मचारियों ने ही बुजुर्ग को जीवित अवस्था में नाले में फेंका है.

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बेटे का आरोप

इंडिया टुडे से जुड़े रंजय सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, 21 दिसंबर, 2023 को 60 साल के एक बुजुर्ग नाले में डूबे मिले थे. मृतक बुजुर्ग का नाम सुनील जायसवाल है. वे भसीन गेस्ट हाउस में काम करते थे. सुनील के बेटे गौतम का आरोप है कि उनके पिता ने, टेंट हाउस के मालिक से अपना बकाया पैसा मांगा था. इस बात को लेकर  उनकी मालिक से बहस भी हुई.

गौतम ने कहा,

“21 दिसंबर को टेंट हाउस के मालिक ने हम लोगों को बताया था कि तुम्हारे पिताजी की चप्पल नाले के पास मिली है. तुम्हारे पिताजी दारू पीते हैं, इसलिए हो सकता है कि वो नाले में गिर गए हों, मैं अपनी मां के साथ मौके पर गया, हमने नाले में देखा लेकिन वहां पिता नहीं मिले.”

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गौतम ने आगे बताया कि,

"पुलिस को बुलाने पर पुलिसकर्मियों ने कहा कि सुबह ढूंढेंगे. जिसके बाद मैं खुद नाले में कूद गया और डूबे हुए पिता को बाहर निकाल लिया. इस दौरान उनकी सांसें चल रही थीं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई थी."

गौतम के मुताबिक, उन्हें अपने पिता की टेंट हाउस के मालिक से पैसों को लेकर हुई बहस होने की जानकारी थी. इसलिए उन्हें उसी समय ऐसा लगा था कि टेंट हाउस के मालिक ने ही उनके पिता की हत्या की और उनको नाले में फेंक दिया. हालांकि, उस वक़्त पुलिस ने गौतम की बात नहीं मानी. और कहा कि सुनील जायसवाल, नशे के चलते नाले में गिर गए होंगे. लेकिन घटना के 17 दिन बाद, एक CCTV फुटेज मिला. जिससे साफ हो गया कि सुनील को कागज के डिब्बे में बंद कर नाले में फेंका गया. जिन लोगों ने सुनील को नाले में फेंका, उनकी तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि परिवार के आरोपों की जांच चल रही है. जांच के आधार पर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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