अगर किसी पुलिसकर्मी की भूमिका सामने आई तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन पर पुलिसकर्मियों की हत्या करने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी. इस पूरी घटना में 21 लोग नामजद हैं और 50-60 लोग अज्ञात हैं.वहीं, चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी पर ड्यूटी अच्छे से ना निभाने का आरोप है और उन पर मुखबिरी का शक भी है. पकड़ा गया विकास दुबे का साथी पुलिस ने विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है. 5 जुलाई को तड़के दयाशंकर अग्निहोत्री और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. दयाशंकर के पैर में गोली लगी. दयाशंकर अग्निहोत्री के ऊपर यूपी पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा था. गिरफ्तारी के बाद दयाशंकर ने हमले वाली रात के बारे में कई खुलासे किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, दयाशंकर ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे खुद बंदूक लेकर पुलिस पर फायरिंग कर रहा था. ये बंदूक दयाशंकर के नाम पर थी. हमले के लिए विकास ने 25 से 30 लोगों को बुलाया था, जिनके पास अवैध हथियार थे. दयाशंकर ने पुलिस की ओर से मुखबिरी होने के संकेत भी दिए. हालांकि उसने साफ-साफ किसी का नाम नहीं लिया. पुलिस जांच में सामने आया है कि मुठभेड़ वाली रात बिकरू गांव में विकास दुबे ने अपने साथियों को इकट्ठा करके रात के खाने का इंतज़ाम किया था. 100 से ज़्यादा जगहों पर सर्च ऑपरेशन विकास दुबे के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. यूपी पुलिस अब तक 100 से ज़्यादा जगहों पर अपराधी विकास दुबे की तलाश कर चुकी है. उसे पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश और राजस्थान की पुलिस से भी मदद मांगी गई है. विकास के 50 से ज़्यादा करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मामले में विकास दुबे का घर 4 जुलाई को पूरी तरह गिरा दिया गया.
कानपुर हमले में घायल बिठुर SO ने बताया कि चौबेपुर SO ने मामले की सही ब्रीफिंग नहीं दी थी