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'PAK में तुम जहां भी होगे, वहां घुसकर... ' जयशंकर ने आतंकी सरगनाओं को यूरोप से भयंकर लताड़ा

India के विदेश मंत्री S Jaishankar ने कहा है कि भारत को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आतंकवादी कहां छिपे हैं, अगर वो पाकिस्तान के भीतर हैं तो भारत भी पाकिस्तान के भीतर घुसेगा. और क्या-क्या कहा उन्होंने?

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एस जयशंकर इस हफ्ते यूरोप के दौरे पर हैं. (तस्वीर: ANI)

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच उपजा तनाव दो देशों के बीच का मामला नहीं है, बल्कि ये आतंकवाद का मसला है. उन्होंने एक बार फिर से चेतावनी दी है कि भारत किसी भी हाल में आतंकवाद और परमाणु बम की ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा.

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दरअसल, विदेश मंत्री इस हफ्ते यूरोप के दौरे पर हैं. इस दौरान वो यूरोपियन यूनियन (EU), बेल्जियम और फ्रांस के नेताओं से मिलकर भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध मजबूत करेंगे और वहां आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष रखेंगे.

इसी कड़ी में 10 जून, 2025 को एस जयशंकर ब्रसेल्स पहुंचे थे. वहां उन्होंने EU के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति की प्रमुख काजा काल्लास से मुलाकात की. उन्होंने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया. एक पत्रकार ने जयशंकर से भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बारे में सवाल पूछा. जिसके जवाब में उन्होंने कहा, 

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ये दो देशों के बीच का झगड़ा नहीं है. दरअसल, ये आतंकवाद का जवाब है. इसलिए मैं आपसे कहना चाहूंगा कि इसे इंडिया-पाकिस्तान के रूप में न देखें, बल्कि 'इंडिया बनाम टेररिस्तान (आतंकवाद)' के रूप में देखें."

आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेलिंग के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा,

हम मानते हैं कि किसी भी रूप में आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस होना चाहिए. इसके साथ-साथ ये भी जरूरी है कि हम परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे कभी न झुकें. ये पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत सहयोग और समझ की जरूरत है.

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अमेरिका के डिजिटल न्यूजपेपर ‘पोलिटिको’ से बात करते हुए जयशंकर ने चेतावनी दी कि अगर भारत को फिर से उकसाया गया, तो जवाब बहुत कड़ा होगा. उन्होंने कहा,

हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारा संदेश साफ है, अगर वो अप्रैल (पहलगाम हमला) जैसे बर्बर हमले दोबारा करता है, तो उसे इसका बदला झेलना होगा. और ये बदला आतंकवादी संगठनों और उनके लीडर्स के खिलाफ होगा.

उन्होंने ये भी साफ किया कि भारत की कार्रवाई किसी सीमित क्षेत्र तक नहीं होगी. जयशंकर ने कहा,

हमें फर्क नहीं पड़ता कि वो कहां छिपे हैं. अगर वो पाकिस्तान के अंदर हैं, तो हम भी पाकिस्तान के अंदर तक जाएंगे.

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में कब बताया? जयशंकर ने संसदीय पैनल के आगे सब साफ किया

पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ, दुनिया भर में भारत का संदेश पहुंचाने के लिए डेलिगेशन्स भेजे गए थे. भारत के 7 डेलिगेशन्स में शामिल 59 नेताओं ने 33 देशों का दौरा किया. भारत सरकार ने इन डेलिगेशन्स को दुनिया के अलग-अलग देशों में ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत के जीरो टॉलेरेंस के मैसेज के बारे में बताने के लिए भेजा था.

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था. जिसमें 26 लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसके तहत पाकिस्तान और PoK में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था. 

वीडियो: 'हमने कितने विमान गंवाए...' राहुल गांधी ने एस जयशंकर से फिर सवाल किया, BJP का जवाब क्या आया?

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