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इजरायल के हमलों से चीख रहे फिलिस्तीन के साथ आए बड़े भारतीय एक्टर्स

रोहित शर्मा की पत्नी रीतिका ने भी सोशल मीडिया पर फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्ट किया, जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया जाने लगा.

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रफाह में इजरायली हमले में घायल हुई बच्ची का इलाज करते स्वास्थ्यकर्मी. (फोटो- रॉयटर्स)

गाजा के रफाह शहर में विस्थापित फिलिस्तीनियों के कैंप पर हवाई हमले के बाद दुनिया भर में इजरायल की आलोचना हो रही है. इस हमले में कम से कम 45 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है और 110 लोग घायल हुए हैं. जान गंवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे. अब भारत के कई एक्टर्स भी इजरायल के इस हमले के खिलाफ खड़े दिखाई पड़ रहे हैं. कई एक्टर्स ने सोशल मीडिया पर गाजा के समर्थन पर पोस्ट किया है.

एक्टर सामंथा रुथ प्रभु ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में इजरायल के खिलाफ कई पोस्ट शेयर किए हैं. इसके अलावा राधिका आप्टे, गौहर खान, दिया मिर्जा, वरुण धवन, सोनम कपूर, नकुल मेहता, एमी जैक्सन और स्वरा भास्कर ने भी गाजा के समर्थन में पोस्ट किए हैं. कई एक्टर्स ने एक पोस्टर शेयर किया है जिस पर लिखा है- 'All Eyes on Rafah'.

स्वरा भास्कर ने गाजा के समर्थन में कई स्टोरी शेयर की हैं. स्वरा ने अपनी एक इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा,

"हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं, जो हमसे उम्मीद करती है कि टेंट में बच्चों को मार दिए जाने और जलाने पर हम एक संतुलित बयान दें!!! जिन श्वेत मर्दों (और महिलाओं या लोगों) ने ये किया, इसे फंड किया, इसका समर्थन किया और इसे सामान्य बनाने के लिए एक नैरेटिव बनाया, और जश्न मनाया, उनके लिए मेरे दिल में सिर्फ श्राप है. ऐसे लोगों की जिंदगी हमेशा इन बच्चों की चीख से परेशान होती रहे. एक पल की भी शांति ना मिले."

एक्टर फातिमा सना शेख ने रफाह पर हमले की खबर को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा, 

"रफाह में बच्चों के सिर कटे हुए डरावनी वीडियो को देखा. अब और कोई इससे नजरें नहीं फेर सकता है. इसका अंत कब होगा!"

इसके अलावा सानिया मिर्जा और क्रिकेटर रोहित शर्मा की पत्नी रीतिका सजदेह ने भी फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्ट शेयर किए. हालांकि रीतिका की इंस्टाग्राम स्टोरी को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें और रोहित शर्मा को लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया. इसके बाद रीतिका को ये स्टोरी हटानी पड़ी.

आलोचना के बाद भी इजरायल का अभियान जारी

रफाह पर ये हमला तब हुआ, जब 24 मई को ही इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने इजरायल को आदेश दिया था कि वो रफाह में अपने सैन्य ऑपरेशन को बंद करे. एक अनुमान के मुताबिक, रफाह करीब 10 लाख फिलस्तीनी शरण ले रहे हैं. ICJ ने कहा था कि मानवीय सहायता के लिए मिस्र के साथ लगने वाली सीमाओं को खोला जाए. ये भी कहा गया था कि इजरायल एक महीने के भीतर रिपोर्ट जमा करे कि उसने आज के फैसले पर क्या कदम उठाए हैं.

रफाह पर हमले को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ‘दुखद घटना’ बताया और कहा कि इजरायल से 'गलती' हुई. उन्होंने कहा कि इजरायल की कोशिश होती है कि नागरिकों को नुकसान ना पहुंचे. हालांकि इस घटना की जांच की जा रही है.

दुनिया भर से हो रही आलोचना के बावजूद रफाह में इजरायल का सैन्य अभियान नहीं रुका है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली टैंकों ने रफाह के अल अवदा को कब्जे में ले लिया है. ये रफाह के बीचो-बीच स्थित है. इधर, 28 मई को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है.

वीडियो: दुनियादारी: इजरायल की आजादी का भारत से क्या कनेक्शन था?