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पाकिस्तान ने पैगंबर टिप्पणी विवाद में भारत को घेरने की कोशिश की, उसने आईना दिखा दिया

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागजी ने ट्विटर पर बयान जारी कर पाकिस्तान को जवाब दिया है.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (फोटो- PTI/फेसबुक)

पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कई खाड़ी देशों के बाद पाकिस्तान ने भी इस्लामाबाद में भारतीय राजदूत को तलब किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार, 6 जून को इसे लेकर ट्वीट किया. इसमें कहा गया कि पाकिस्तान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी के सीनियर नेताओं की आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करता है.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में लिखा है, 

"भारतीय राजनयिक को बताया गया कि बीजेपी नेताओं की टिप्पणी पूरी तरह अस्वीकार्य है और इससे ना सिर्फ पाकिस्तान के लोगों बल्कि दुनिया भर के मुस्लिमों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. भारतीय राजनयिक को बताया कि पाकिस्तान बीजेपी सरकार द्वारा उन नेताओं पर देर से की गई कार्रवाई की भी निंदा करता है. इससे मुस्लिम समुदाय को पहुंचे दुख की भरपाई नहीं हो सकती."

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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी आलोचना की

इससे पहले पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी बीजेपी से निकाले गए दोनों नेताओं की आलोचना की. राष्ट्रपति ने एपीपी न्यूज एजेंसी से कहा कि इस तरह की टिप्पणी भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया को दिखा रही है. आरिफ अल्वी ने कहा कि सिर्फ अपने नेताओं को निलंबित और निष्कासित करना काफी नहीं है, बीजेपी को अपनी फासीवादी हिंदुत्व विचारधारा छोड़नी होगी.

वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को इस मसले पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 

"हमारे पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी नेता द्वारा की गई टिप्पणी की मैं कठोर शब्दों में निंदा हूं. मैंने बार-बार कहा कि मोदी के भारत में धार्मिक आजादी को कुचला जा रहा है और मुसलमानों पर अत्याचार हो रहे हैं. दुनिया को इसका संज्ञान लेना चाहिए और भारत की कड़ी आलोचना करनी चाहिए. पैगंबर के लिए हमारा प्यार सर्वोपरि है. सभी मुसलमान पैगंबर मोहम्मद के प्यार और सम्मान के लिए अपनी जान कुर्बान कर सकते हैं."

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भारत ने पाकिस्तान को दिया जवाब

पाकिस्तान के इन सभी बयानों को लेकर भारत सरकार ने जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागजी ने ट्विटर कर कहा कि भारत सरकार सभी धर्मों का पूरी तरह सम्मान करती है. बयान में लिखा है,

“हम पाकिस्तान से कहना चाहते हैं कि वो प्रोपेगैंडा में शामिल होने और भारत में सांप्रदायिक दुर्भावना को भड़काने का प्रयास छोड़कर अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और देखरेख पर ध्यान दे.”

मंत्रालय ने बयान में आगे कहा, 

“ये पाकिस्तान की तरह नहीं है जहां कट्टरपंथियों की तारीफ की जाती है और उनके सम्मान में स्मारक बनाए जाते हैं. पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदिया सहित दूसरे अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को दुनिया देख रही है.”

पाकिस्तान से पहले खाड़ी देश ईरान, कुवैत और कतर ने भी भारतीय राजदूतों को तलब किया. इन देशों ने नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की टिप्पणियों को लेकर कड़ा विरोध जताया. नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी. विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया. वहीं नवीन जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.

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