बाबुल सुप्रियो ने पहले खुद एक आदमी को टांग तोड़ने की धमकी दी. फिर अपने बॉडीगार्ड्स से कहा कि अगर वो आदमी अपनी जगह से हिले, तो उसकी टांग तोड़कर बैसाखी थमा दें. किसी को मारने-पीटने की धमकी देना कानूनन अपराध भी माना जा सकता है. शायद ये बात किसी ने अभी तक बाबुल को नहीं समझाई है (फोटो: ANI)
बाबुल सुप्रियो केंद्र में मंत्री हैं. 18 सितंबर को पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक कार्यक्रम में पहुंचे. ये विकलांगों से जुड़ा प्रोग्राम था. जो चल नहीं सकते, उनको वीलचेयर देना. और यूं ही बाकी तरह के विकलांगों की मदद के लिए चीजें बांटी जानी थीं. यहां ये जनाब किसी को टांग तोड़ देने की धमकी देते सुनाई दिए. प्रोग्राम चल रहा था. बाबुल स्टेज पर माइक थामे कुछ बोल रहे थे. तभी उन्होंने नीचे बैठे लोगों में से एक आदमी को उंगली दिखाकर कहा-
क्या हुआ भाई साहब? कोई तकलीफ है? आपका एक टांग तोड़कर फिर मैं आपको क्रच (बैसाखी) दे सकता हूं. इधर खड़े हो जाइए साइड में. इधर आइए.
जिससे बाबुल ने ये बात कही, वो शायद उनके बोलते समय इधर-उधर हो रहा था. इससे बाबुल का ध्यान भटक रहा था. टांग तोड़ने की धमकी देने के बाद उन्होंने उंगली से इशारा करके उस आदमी को अलग से एक किनारे खड़ा किया. फिर अपने बॉडीगार्ड्स को हिदायत दी-
अगली बार ये अगर वहां से हिले, तो आप इनका एक पैर तोड़ दीजिएगा. और फिर एक लाठी इनको दे दीजिएगा.
फिर उस आदमी की तरफ देखकर बोले-
समझ गए न आप.
जाहिलियत देखिए इनकी. विकलांगों की जिंदगी में थोड़ी सहूलियत हो सके, इसके लिए आयोजित कार्यक्रम में उन्हें बुलाया गया. यहां पर वो किसी को टांग तोड़कर उसे बैसाखी थमाने की धमकी दे रहे थे. वो भी सबके सामने. उनके बॉडीगार्ड्स उनकी सुरक्षा के लिए हैं कि 'शू टॉमी' हैं? उनके इशारे पर लोगों की टांगें तोड़ते फिरते हैं? जो लोगों और कैमरों के सामने इतनी बेहूदगी दिखा सकता है, वो इनके परे किस हद तक जाता होगा? ऐसे नेताओं को यकीनन जज किया जाना चाहिए. वैसे बाबुल ऐसी बदतमीजी पहली बार नहीं कर रहे थे. इससे पहले आसनसोल में ही एक बार उन्होंने भीड़ को धमकाते हुए कहा था - चमड़ा घूठि देबो एकदम. माने, जिंदा तुम्हारी चमड़ी उतरवा दूंगा.
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