The Lallantop

हज में हीट वेव से मरने वालों का आंकड़ा 1000 के पार, भारत से गए लोगों की संख्या पता चली

हीट वेव के कारण इस साल हज यात्रा की स्थिति वीभत्स हो चुकी है. मक्का में इस हफ्ते तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था.

Advertisement
post-main-image
हज पर गए लोग हीट वेव का शिकार हो रहे हैं. (फोटो- रॉयटर्स)

सऊदी अरब में हज के लिए गए 1000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. इनमें 68 भारतीय भी हैं. सऊदी अरब में भीषण गर्मी के कारण मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. दुनिया भर से लाखों मुसलमान हर साल हज करने मक्का पहुंचते हैं. इस साल करीब 18 लाख लोग हज में हिस्सा ले रहे हैं. लेकिन हीट वेव के कारण इस साल स्थिति वीभत्स हो चुकी है. मक्का में इस हफ्ते तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था.

Advertisement

अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट बताती है कि अब तक 10 देशों के 1081 हाजियों की मौत दर्ज की गई है. हज करने वालों को आम भाषा में हाजी कहा जाता है. ये आंकड़े अलग-अलग देशों के राजनयिकों के आधिकारिक बयान से सामने आए हैं. मरने वालों में सबसे ज्यादा 658 लोग मिस्र के हैं. इसके अलावा भारत, जॉर्डन, इंडोनेशिया, ईरान, सेनेगल, ट्यूनीशिया के तीर्थयात्रियों की भी मौत हुई है.

हालांकि, इस खबर को लिखे जाने तक भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. भारत से इस बार करीब पौने दो लाख लोगों ने हज यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. करीब इतने ही लोग पिछले साल भी हज पर गए थे.

Advertisement

इस्लाम के मानने वालों को पांच बातों पर यकीन करना और उसपर अमल करना लाजमी होता है. इसे इस्लाम के 5 फर्ज भी कहते हैं. आम भाषा में इसे इस्लाम के पांच स्तंभ भी कहते हैं. पहला, एक ईश्वर पर यकीन करना और पैगंबर मोहम्मद को ईशदूत मानना. दूसरा, नमाज कायम करना. तीसरा, जकात (दान) देना. चौथा, रोजे रखना और पांचवा हज करना.

रिपोर्ट के मुताबिक, हज अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों से छाते का इस्तेमाल करने, पर्याप्त पानी पीने और दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान धूप में निकलने से परहेज करने की सलाह दी है. सऊदी सेना ने तीर्थयात्रियों की मदद के लिए 1600 से ज्यादा जवानों को तैनात किया है. वहीं 30 रैपिड एक्शन टीम को भी लगाया गया है. 5 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य से जुड़े वॉलेंटियर्स को भी तैनात किया गया है.

ये भी पढ़ें- हज की पूरी कहानी क्या है?

Advertisement

AFP की रिपोर्ट बताती है कि पिछले महीने सऊदी की एक स्टडी में पाया गया कि इस इलाके में तापमान हर 10 साल में 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है. सऊदी अरब ने अब तक मौतों का आंकड़ा जारी नहीं किया है. हालांकि ये रिपोर्ट सामने आई कि हीट वेव के कारण बीमार पड़ने के 2700 से ज्यादा मामले आए.

वीडियो: तारीख: इस्लाम के आने से पहले कैसा था सऊदी अरब? राजघराने का इतिहास

Advertisement