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127 खाते बंद कर ग्राहकों के 16 करोड़ खा गया बैंककर्मी, बुजुर्गों की सेविंग तक नहीं छोड़ी

हितेश कुमार सिंगला ने कई टर्म डिपॉजिट, PPF, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, सेविंग और करेंट अकाउंट्स को बिना अनुमति बंद कर दिया और पैसे अपने खाते में ट्र्रांसफर कर लिए.

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सांकेतिक तस्वीर. (Aaj Tak)

मुंबई में बैंक ऑफ इंडिया के एक कर्मचारी ने लोगों की जीवन भर की कमाई अपने खाते में ट्रांसफर कर ली और फरार हो गया. लूट का ये खेल करीब दो साल तक जारी रहा. जब भांडा फूटा तो आरोपी फरार हो गया. अब उसको ED ने गिरफ्तार किया है.

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यह जांच CBI और मुंबई की एंटी करप्शन ब्रांच की एक FIR पर आधारित है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक ऑफ इंडिया के निलंबित स्टाफ अफसर हितेश कुमार सिंगला को गिरफ्तार किया है. सिंगला को 17 सितंबर को अहमदाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन से मनी लॉन्ड्रिंग निवारण कानून, 2002 के तहत पकड़ा गया. उस पर बैंक और ग्राहकों के 127 खातों से करीब 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है.

ED की जांच में पता चला कि मई 2023 से जुलाई 2025 के बीच सिंगला ने कई टर्म डिपॉजिट, PPF, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, सेविंग और करेंट अकाउंट्स को बिना अनुमति बंद कर दिया और पैसे अपने SBI खाते में ट्र्रांस्फर कर लिए. उसने बैंक और ग्राहकों के 16.10 करोड़ रुपये का उड़ा दिए. सिंगला ने लोगों ने पैसे चपत करने के साथ-साथ बैंक की साख को भी धक्का पहुंचाया.

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धोखाधड़ी सामने आने के बाद से सिंगला फरार था और बैंक से संपर्क भी नहीं कर रहा था. ED ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर उसे महामना एक्सप्रेस में पकड़ लिया. वह गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार सीट और कोच बदल रहा था. लेकिन आखिरकार उसकी सारी कोशिशें नाकाम रहीं. और वह पकड़ा गया. बाद में उसे ग्रेटर बॉम्बे की PMLA की विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे 23 सितंबर तक ED की कस्टडी में भेज दिया. अब जांच एजेंसी पूछताछ के बाद आगे की केस की कार्रवाई आगे बढ़ा रही हैं.

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