महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में एक और बड़ा मोड़ आया है. एक तरफ जहां सीएम पद के लिए शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नाम का ऐलान कर बीजेपी ने सबको चौंका दिया, वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnvis) के नाम का ऐलान डिप्टी सीएम के तौर पर कर एक और अप्रत्याशित कदम उठाया. इससे पहले 29 जून को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के राज्य के सीएम के तौर पर इस्तीफे के बाद से उम्मीद लगाई जा रही थी कि फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन गुरुवार 30 जून को शिंदे को सीएम बना दिया गया.
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा होंगे, बीजेपी आलाकमान के निर्देश पर मान गए पूर्व CM
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि वो महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा नहीं होंगे.
इसकी घोषणा करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने खुद कहा था कि वो सरकार का हिस्सा नहीं होंगे. लेकिन थोड़ी देर बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान सामने आया. इसमें फडणवीस की नई भूमिका के बारे में जानकारी देते हुए नड्डा ने सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा,
"बीजेपी ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे जी का समर्थन करने का फैसला किया है. श्री देवेंद्र जी ने भी बड़ा मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है."
नड्डा ने अपने अगले ट्वीट में लिखा,
"एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई. आज ये सिद्ध हो गया कि बीजेपी के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी. 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश माननीय नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था. उद्धव ठाकरे ने सीएम पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई."
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि बीजेपी ने ये फैसला लेकर एक बार फिर से ये साबित कर दिया है कि कोई पद पाना पार्टी का उद्देश्य नहीं है, बल्कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश और महाराष्ट्र के लोगों की सेवा करना ही उसका ‘परम उद्देश्य’ है.
इस बीच देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है. आजतक के मुताबिक फडणवीस ने कहा है,
"प्रामाणिक कार्यकर्ता के नाते पार्टी के आदेश का मैं पालन करता हूं. जिस पार्टी ने मुझे सर्वोच्च पद तक पहुंचाया, उसका आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है."
यानी देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम हो सकते हैं.
इससे पहले बीजेपी और शिवसेना ने साल 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गठबंधन में लड़ा था. परिणाम आने के बाद सीएम पद पर हुए विवाद को लेकर दोनों पार्टियों का साथ छूट गया था. शिवसेना का कहना था कि उसके और बीजेपी के बीच ढाई-ढाई साल के सीएम पद का फैसला हुआ था. दोनों पार्टियों का साथ छूटने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी. चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी विपक्ष में बैठी थी.