अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की संदिग्ध मौत की जांच कर रही CBI की टीम 15 सितंबर को प्रयागराज पहुंची. CBI टीम बाघम्बरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि के उस कमरे को खोलने आई थी, जो लगभग एक साल से सील था. CBI की टीम ने पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में महंत नरेंद्र गिरि के कमरे को खोला. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महंत के कमरे से 3 करोड़ रुपये कैश, 50 किलो सोना और कुछ जमीनों के कागजात बरामद हुए हैं.
3 करोड़ कैश, 50 किलो सोना, जमीनों के कागज, महंत नरेंद्र गिरि की मौत के एक साल बाद ये सब मिला
CBI ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत के एक साल बाद खोला उनका कमरा.

आजतक से जुड़े पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि महंत के कमरे से कैश और जमीनों के कागजात के अलावा करोड़ों के जेवरात, 13 कारतूस और करीब 9 कुंतल देशी घी मिला है. महंत के कमरे से मिली चीजों को महंत बलवीर गिरि को सौंप दिया गया है. हालांकि, इस मामले में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है.
महंत नरेंद्र गिरि का कमरा मठ के मेन गेट के पास स्थित बिल्डिंग की पहली मंजिल पर है. महंत की संदिग्ध मौत के बाद प्रयागराज पुलिस ने मठ के दो कमरों को सील किया था. एक वो कमरा, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि का शव पाया गया था और दूसरा कमरा, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि रहते थे. महंत नरेंद्र गिरि जिस कमरे में रहते थे, उसे 15 सितंबर को खोला गया. जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव पाया गया था, वो कमरा अभी नहीं खुलेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक बाघम्बरी मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खोले जाने को लेकर कोर्ट में अर्जी दी थी. अदालत के आदेश पर सीबीआई की टीम ने, पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरे को खोला गया. कमरे से मिलने वाले एक-एक सामान का रिकॉर्ड तैयार किया गया. इसके साथ ही वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ही ये कमरा मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि को सौंप दिया गया.
मठ में महंत नरेंद्र गिरि का कमरा खोले जाने के लिए CBI और पुलिस प्रशासन की टीम दोपहर करीब 2 बजे पहुंची थी. इस दौरान मठ के सभी दरवाजों को अंदर से बंद कर दिया गया था. किसी को भी अंदर आने की इजाजत नहीं दी गई थी. मीडिया के लोगों को भी सिर्फ एक हिस्से तक सीमित रखा गया था और ऊपर की मंजिल पर उस जगह नहीं जाने दिया गया, जहां पर कमरा खोला जा रहा था.
बता दें कि 20 सितंबर, 2021 को महंत नरेंद्र गिरि का शव मठ के एक कमरे में पाया गया था. वहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था. नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था.
वीडियो- महंत नरेंद्र गिरि की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच में क्या नया एंगल जुड़ गया?