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युवती ने प्रेमी के साथ मिलकर की हत्या, लाश को पहनाए अपने कपड़े, जांच में मृतक पुरुष निकला

यह सब इसलिए किया गया कि एक महिला अपनी मौत का झूठा नाटक कर सके और शादी से भाग सके. शुरुआत में इस घटना को जातिगत हिंसा माना गया था, लेकिन पुलिस की जांच में मामला एक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से जुड़ी साजिश का निकला.

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सांकेतिक तस्वीर. (India Today)

सुरेश की पत्नी गीता एक रात पहले से गायब थी. वो हैरान परेशान पुलिस के पास पहुंचा, गुमशुदगी की शिकायत की. उसी दौरान एक 'महिला' की लाश मिली. लाश अधजली थी. और उसने नीले रंग का घाघरा, नारंगी कढ़ाईदार ब्लाउज़ और पायल पहने थे. ये सब कपड़े सुरेश की लापता पत्नी के थे. पहली नज़र में यह लगने लगा कि गीता की मौत हो गई है. फिर पोस्टमॉर्टम हुआ. रिपोर्ट आई तो कहानी ही बदल गई. कपड़े तो गीता के थे, लेकिन मरने वाली वह नहीं थी. लाश तो एक पुरुष की थी, जिसकी उम्र 56 साल थी. कहानी में ट्विस्ट ये कि जिसकी लाश मिली, उसकी हत्या गीता ने ही की और फरार हो गई.

खबर ये है कि गुजरात में एक 56 साल के शख्स को जिंदा जलाकर मार डाला गया. आरोप है कि ये हत्या एक विवाहित युवती गीता और उसके प्रेमी भरत ने की. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यह सब एक साजिश के तहत किया गया, ताकि महिला अपनी मौत का झूठा नाटक कर सके और शादी से भाग सके. मृतक के दलित होने की वजह से शुरुआत में इस घटना को जातिगत हिंसा माना गया था, लेकिन पुलिस की जांच में मामला एक विवाहेत्तर प्रेम संबंध (एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर) से जुड़ी साजिश का निकला.

बुधवार सुबह 4 बजे, गुजरात पुलिस ने हत्या की आरोपी 22 साल गीता और उसके प्रेमी भरत को बनासकांठा जिले के पालनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया. दोनों राजस्थान के जोधपुर भागने की फिराक में थे. यह मामला 27 मई की सुबह सामने आया, जब जाखोत्रा गांव में एक अधजली लाश मिली. बॉडी पर ब्लाउज, घाघरा और पायल मौजूद थे, जिससे लोगों को लगा कि यह किसी महिला की लाश है. गीता और भरत की मंशा भी यही थी कि लोग लाश को एक महिला ही समझें.

इससे पहले सुरेश गेंगा ने पुलिस को बताया कि उनकी 22 वर्षीय पत्नी गीता पिछली रात से लापता है. लाश पर जो कपड़े थे, वे उसकी पत्नी के जैसे लग रहे थे, जिससे और संदेह बढ़ा. लेकिन पोस्टमार्टम हुआ तो पता चला कि शव किसी पुरुष का है. 28 मई को सांतलपुर पुलिस स्टेशन में पंचा देभा सोलंकी की शिकायत पर FIR दर्ज की गई. उन्होंने शव की पहचान अपने छोटे भाई हरजी के रूप में की. पोस्टमार्टम में मौत का कारण जलने से हुई गंभीर चोटें बताई गईं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जांच में पता चला कि गीता को भरत से 3-4 महीने पहले प्यार हो गया था. दोनों साथ घर छोड़ना चाह रहे थे. इसके लिए उन्होंने गीता की मौत का नाटक करने की योजना बनाई. पुलिस अधीक्षक वी.के. नाई के मुताबिक,

भरत ने पास के कई गांवों में एक कमजोर व्यक्ति की तलाश की. और अंत में हरजी सोलंकी को चुना जो बुज़ुर्ग और कमजोर थे. भरत ने पहले उन्हें गला दबाकर मारने की कोशिश की, फिर बेहोश हालत में उन्हें बाइक से जाखोत्रा गांव ले गया और वहां रात होने तक शव छिपाया.

अधिकारी ने आगे बताया,

गवाहों ने पुलिस को बताया कि भरत को शव के साथ देखा गया था. पूछताछ में भरत ने कहा कि मृतक बीमार था और उसे इलाज की ज़रूरत थी. रात में गीता भी वहां आ गई. दोनों ने हरजी को गीता के कपड़े पहनाए, पेट्रोल डाला और उनके ससुराल के पास ही उन्हें जला दिया.

गीता का पति अपने बच्चे के रोने की वजह से उठा तो देखा कि उसकी पत्नी के कपड़ों में एक जलता हुआ शव पड़ा है. इससे तुरंत हड़कंप मच गया और पुलिस को सूचना दी गई.

रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम से पता चला कि हरजी को जिंदा जलाया गया था और उनकी मौत बेहद दर्दनाक थी. पास के पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने पुष्टि की कि गीता ने उनसे पेट्रोल खरीदा था, जो हत्या में इस्तेमाल हुआ.

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