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लिफ्ट में फंसा बेटा कहता रहा- 'पापा-पापा', डर के मारे पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई

Bhopal Lift Incident: लिफ्ट में फंसे बेटे की चीख सुनकर ऋषिराज घबरा गए. वे दौड़ते हुए सीढ़ियों से ऊपर-नीचे भागे, जनरेटर रूम तक पहुंचे और सिस्टम चालू करने की कोशिश की. बिजली आने पर बेटा सही-सलामत बाहर आ गया, लेकिन घबराए ऋषिराज की मौत हो गई.

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भोपाल पुलिस SHO मनोज राज सिंह ने घटना की जानकारी दी. (ANI/File Photo)

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कथित तौर पर बेटे के लिफ्ट में फंसने के बाद पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई. 8 साल का देवांश बिजली जाने की वजह से लिफ्ट में फंस गया था. उसे बचाने की कोशिश के दौरान पिता ऋषिराज भटनागर की घबराहट में मौत हो गई. होशंगाबाद रोड स्थित रॉयल फार्म विला कॉलोनी में यह घटना हुई.

सोमवार, 26 मई को रात करीब 10 बजे तेज हवा चलने से कॉलोनी में बिजली चली गई. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, उसी समय 51 साल के ऋषिराज ने अपने छोटे बेटे देवांश को लिफ्ट से ऊपर फ्लैट भेजा. जैसे ही देवांश लिफ्ट में चढ़ा, बिजली गुल हो गई और लिफ्ट बीच में ही रुक गई. देवांश घबरा गया और लिफ्ट के अंदर से जोर-जोर से चिल्लाने लगा- "पापा... पापा..."

बेटे की चीख सुनकर ऋषिराज घबरा गए. वे दौड़ते हुए सीढ़ियों से ऊपर-नीचे भागे, जनरेटर रूम तक पहुंचे और सिस्टम चालू करने की कोशिश की. करीब तीन मिनट में बिजली आ गई और लिफ्ट फिर से चल पड़ी. देवांश सही-सलामत बाहर आ गया. लेकिन तब तक ऋषिराज बेहोश होकर गिर चुके थे. मौके पर मौजूद लोगों ने CPR दिया, फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

स्थानीय पुलिस स्टेशन के SHO मनीष राज सिंह ने बताया कि अस्पताल लाने से पहले ही ऋषिराज की मौत हो गई थी. उन्होंने पहली नजर में दिल का दौरा पड़ने से मौत की आशंका जताई है. SHO सिंह ने कहा,

"26 तारीख को रात में निजी अस्पताल से सूचना प्राप्त हुई थी की ऋषि भटनागर नामक व्यक्ति को यहां पर लेकर आए हैं, जिनको मृत (Brought Dead) घोषित किया था. 10:30 बजे रात करीब अपने बच्चे को घर जाने के लिए उन्होंने बोला था, जो लिफ्ट से जा रहा था. तभी अचानक लाइट चली गई थी, तो वो घबरा गए थे. लाइट जाने के बाद अंधेरा होने के करण कि बच्चा लिफ्ट में फंस ना गया हो. इस घबराहट के कारण, उनको कुछ दौरा जैसा कुछ पड़ा था, जिसके कारण वो मूर्छित हो गए थे. प्रथम दृष्टया संभवत उन्हें अटैक आने की जानकारी प्राप्त हो रही है."

उन्होंने आगे कहा,

"पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर (मौत का कारण) स्पष्ट हो पाएगा. लाइट जाने के कारण लिफ्ट रुक गई थी. तीन-एक मिनट में लाइट आ गई थी, बच्चा सकुशल बाहर आ गया था."

इसी सुबह ऋषि की पत्नी पारुल ने वट सावित्री का व्रत रखा था और पीपल के नीचे उनकी लंबी उम्र के लिए पूजा की थी. लेकिन शाम होते-होते वो हमेशा के लिए उनका साथ छोड़ गए. तीन महीने पहले ही ऋषिराज के पिता की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी.

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