मशहूर सिंगर दलेर मेहंदी को एक समय पुलिस ने 'भगोड़ा' घोषित कर दिया था. उन पर मानव तस्करी करने का आरोप लगा था. कोर्ट में 18 साल तक केस चला. साल 2022 में पटियाला कोर्ट ने दलेर मेहंदी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. दो महीने जेल में रहने के बाद वो बेल पर बाहर आए. अब उन्होंने इससे जुड़ा किस्सा लल्लनटॉप के खास शो गेस्ट इन द न्यूजरूम में सुनाया है.
GITN: दलेर मेहंदी जिस केस में 'भगोड़ा' घोषित हुए उस पर अब क्या बताया?
पंजाबी सिंगर दलेर मेहंदी पर 2003 में कबूतरबाजी का आरोप लगा था. 15 साल की सुनवाई के बाद कोर्ट ने 2018 में उन्हें दोषी करार दिया था. इसी मामले में पुलिस ने उन्हें भगोड़ा भी घोषित किया था. अब दलेर मेहंदी ने इस पर अपना पक्ष रखा है.

दलेर मेहंदी बताते हैं,
' DSP राजेंद्र पाल सिंह आनंद ने मुझे फोन कर कहा कि तुम्हारा भाई (शमशेर सिंह) मेरे पास है. तुम डेढ़ करोड़ रुपये लेकर आ जाओ. तो मैंने कहा ठीक है अगर मेरा भाई आपके पास है तो ठीक है. उस वक्त मैं दिल्ली के विकासपुरी इलाके में था. मुझे बताया गया था कि मेरा भाई किडनैप हो गया है और उसे पंजाब की तरफ लेकर गए हैं. तो मैं बहुत परेशान हो गया. फिर मुझे लगा ऐसे में किस से बात करनी चाहिए. तो मैंने अपने दोस्त आर के शर्मा को फोन किया. वो सैन फ्रांसिस्को में राजदूत थे. मैंने फोन पर उन्हें पूरी बात बताई. उन्होंने कहा कि रुको मैं पता लगाता हूं. '
दलेर ने आगे बताया,
' आरे के शर्मा ने थोड़ी देर बाद कॉल कर बताया कि फिक्र मत करो, वो (DSP राजेंद्र पाल सिंह आनंद) अपना चेला है. शमशेर को पुलिस पटियाला लेकर गई है… आधे घंटे बाद मेरे पास आनंद का फोन आया. उन्होंने कहा कि तुम फिक्र मत करो. लेकिन थोड़ी देर बाद फिर उनका फोन आया तब उन्होंने कहा कि अब पता चला कि तुम्हारा भाई क्या करता हैं? उन्होंने कहा कि वो कबूतरबाजी (मानव तस्करी) करता है. उस वक्त तक मुझे कबूतरबाजी का मतलब तक नहीं पता था. फिर उन्होंने मुझसे भाई को निकलाने के लिए लिए डेढ़ करोड़ रुपये लेकर आने को कहा. इस बात पर मैंने उनसे कहा कि मुझे बस इतना पता करना था कि मेरा भाई है कहां. अब तुम लोगों को जो इंक्वायरी करनी है करो.'
दलेर के मुताबिक इसके अगले दिन उन्हें अखबार में अपने बारे में पता चला कि उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया है. उन्होंने बताया,
' उसी दिन शाम को दिल्ली में मेरा शो होना था. तब शर्मा जी ने कहा कि तुम IG शशिकांत से बात करो. मैंने उनसे बात की. उन्होंने कहा कि आप फटाफट कंप्लेन बना कर भेज दो. जब मैं कंप्लेन लेकर वहां पहुंचा तो देखा कि उनके साथ उमरान जी बैठे हैं. उमरान उस वक्त वहां के SP थे. मेरे साथ के लोगों ने IG शशिकांत को कंप्लेन लेटर देने की बात कही तो SP ने लेटर उसे देने के लिए कहा. और फिर उसी शाम शशिकांत ने फोन कर बताया कि केस उसके हाथ से निकल गया है. अब उन्होंने तीस लोगों के खिलाफ कंप्लेन कर दी कि हमने उनसे करोड़ो रुपये लिए हैं.'
दलेर मेहंदी ने आखिर में बताया कि तब उन पर करोड़ो रुपये लेने का आरोप लगा था. लेकिन अब कोर्ट के फैसले में मात्र डेढ़ लाख रुपये का मामला सामने आया और वो भी उन लोगों ने कहा कि पैसे बाहर ले जाने के लिए दिए थे. सिंगर का कहना है कि वो पैसा डायरेक्ट उन्हें नहीं दिया गया, ना ही उनके भाई को.
हालांकि सफाई से इतर दलेर मेहंदी कोर्ट में अपना पक्ष साबित नहीं कर पाए. इस पर उन्होंने बताया कि
"कोर्ट ने कहा कि दलेर मेहंदी का नाम बहुत बड़ा है और रुपये दलेर मेहंदी के नाम पर दिए गए थे. तो इसके चलते दलेर गुनहगार हैं. और केस मेरे भाई पर था और साथ में पांच लोग और आरोपी थे. सभी का देहांत हो गया."
दलेर ने बताया कि 2022 में कोर्ट का फैसला आने के बाद उन्होंने दो महीने पटियाला जेल में काटे. इस दौरान उन्हें एक महीने जमीन पर सोना पड़ा.