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नाबालिग लड़कियों का तस्कर, नेताओं से रिश्ते... कौन था एपस्टीन, जिसे लेकर मस्क ने ट्रंप को घेर लिया

US President Donald Trump और SpaceX के मालिक Elon Musk आमने सामने आ गए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने मस्क के सारे सरकारी अनुबंध रद्द करने और सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी है. वहीं मस्क ने उनका नाम 'एपस्टीन फाइल' में होने का आरोप लगाया है.

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डॉनल्ड ट्रंप और एलन मस्क आमने-सामने आ गए हैं. (Reuters)

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) और बिजनेस टायकून एलन मस्क (Elon Musk) का याराना लगभग खत्म हो गया है. दोनों के बीच छिड़ी जुबानी जंग अब राजनीतिक तूफान खड़ा करती दिख रही है. 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' से शुरू हुआ विवाद अब व्यक्तिगत हमला, सरकारी अनुबंधों को रद्द करने की धमकी और सरकारी नीतियों पर असर डालने की स्थिति तक पहुंच गया है. राष्ट्रपति ट्रंप से भिड़ंत के बाद से आर्थिक मोर्चे पर मस्क को झटका लगता दिख रहा है.

एलन मस्क ने डॉनल्ड ट्रंप के नए टैक्स बिल को लेकर निशाना साधा जिसका असर टेस्ला के शेयरों में देखने को मिला. कार बनाने वाली कंपनी के शेयर में 5 जून को बाजार बंद होने तक 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. जिससे कंपनी के बाजार मूल्य में 150 बिलियन डॉलर की गिरावट आई.

ट्रंप और मस्क क्यों भिड़े?

दरअसल डॉनल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच भिड़ंत की वजह 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' है. यह टैक्स और खर्च से जुड़ा एक बिल है. मस्क ने इस बिल की तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि यह जनता के पैसों की बर्बादी का बिल है. उन्होंने एक्स पर लिखा, 

यह बिल मुझे एक बार भी नहीं दिखाया गया. यह आधी रात को इतनी तेजी से पास हुआ कि कांग्रेस के ज्यादातर सदस्य इसे पढ़ नहीं पाए.

ट्रंप ने मस्क की सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी

एलन मस्क की आलोचना पर डॉनल्ड ट्रंप ने नाराजगी जाहिर की है. जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने मस्क पर तंज कसते हुए कहा, 

मैं एलन मस्क से बहुत नाराज हूं. मैंने उनकी बहुत मदद की है. 

डॉनल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि मस्क इलेक्ट्रिक व्हीकल सब्सिडी में कटौती किए जाने के चलते परेशान हैं. इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने मस्क की सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की धमकी दी है. उन्होंने ट्रूथ सोशल पर लिखा, 

बजट में बचत का सबसे आसान तरीका है एलन मस्क की सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट खत्म करना. मुझे आश्चर्य है कि जो बाइडेन ने यह कदम क्यों नहीं उठाया.

एलन मस्क ने किया पलटवार 

डॉनल्ड ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए टेस्ला और स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क ने स्पेस एक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान को रिटायर करने की घोषणा की है. इसके अलावा मस्क ने ट्रंप पर एक बेहद गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा,

 डॉनल्ड ट्रंप का नाम 'जेफरी एपस्टीन' की सीलबंद फाइलों में है. यही वजह है कि ये फाइल्स सार्वजनिक नहीं की गईं. उनका यह बयान मीडिया और राजनीतिक हलकों में बहस का मुद्दा बन गया है.

एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट का समर्थन भी किया है जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लाना चाहिए. और जेडी वेंस को राष्ट्रपति बनना चाहिए. मस्क ने सीधे 'Yes' लिखकर इस बयान का समर्थन किया. मस्क यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने समर्थकों से एक राय मांगी है. उन्होंने पूछा कि क्या अमेरिका में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का समय आ गया है. 
एलन मस्क ने ये भी दावा किया कि उनके बिना डॉनल्ड ट्रंप का चुनाव जीत पाना मुश्किल था. उन्होंने दावा किया,

 मेरे बिना ट्रंप चुनाव हार चुके होते. डेमोक्रेट्स हाउस पर कब्जा कर लेते. और रिपब्लिकन सिर्फ मामूली बहुमत से सीनेट में रह पाते. यह सरासर कृतघ्नता है.

जेफरी एपस्टीन से जुड़ा विवाद क्या है?

जेफरी एपस्टीन एक अमेरिकी बिजनेस मैन था. जिस पर साल 2019 में यौन तस्करी और नाबालिग लड़कियों के शोषण के गंभीर आरोप लगे थे. इस मामले की परतें तब खुलीं, जब वर्जीनिया गिफ्रे नाम की महिला ने सामने आकर कई खुलासे किए. ग्रिफे ने बताया कि एपस्टीन और उसकी सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल ने उन्हें 1999 से 2002 के बीच कई लोगों के पास भेजा था. इनमें ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू और फ्रांस के मॉडलिंग एजेंट जीन-ल्यूक ब्रनेल शामिल थे.

एपस्टीन को साल 2019 में गिरफ्तार किया गया था. जेल में ही उसकी मौत हो गई थी. जिसे आधिकारिक तौर पर आत्महत्या बताया गया. एपस्टीन पर 2002 से 2005 के बीच न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा स्थित अपने घरों में कई नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का आरोप लगा था.

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इस साल एपस्टीन से जुड़ी कुछ फाइल्स सार्वजनिक की गईं. इनमें कई अहम जानकारी और उसके हाई-प्रोफाइल संपर्कों का जिक्र था. जेफरी एपस्टीन को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का करीबी दोस्त माना जाता था. हालांकि जितनी फाइलें सार्वजनिक हुई थीं, उनमें डॉनल्ड ट्रंप का नाम नहीं था. लेकिन ट्रंप और एपस्टीन के कथित संबंधों को लेकर लंबे समय से जांच की मांग उठती रही  है. 

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