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खुजली के इलाज के लिए महिला देसी मलहम लगाती रही, स्किन सांप जैसी हो गई!

महिला की त्वचा लाल और बैंगनी रंग में बदलने लगी. उनकी स्किन किसी सांप की त्वचा की तरह दिखने लगी. हाल ही में महिला को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद ये मामला सामने आया.

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चीन में महिला ने देसी चीनी मलहम का किया इस्तेमाल तो सांप जैसी हो गई त्वचा. (फोटो- आजतक)

नीम-हकीम खतरा-ए-जान. आधा-अधूरा ज्ञान नुकसानदेह हो सकता है. एक महिला ने नीम-हकीमी के चक्कर में अपनी स्किन बर्बाद कर ली. उसकी त्वचा पर अजीब निशान पड़ गए हैं. देखकर किसी लाल रंगी सांप जैसे लगते हैं ये निशान. एक देसी नुस्खे पर बने मलहम ने महिला के शरीर का ये हाल कर दिया.

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एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 

चीन में रहने वाली 40 वर्षीय टिंगटिंग को 10 साल पहले दाहिने पैर में खुजली और लाल चकत्तों की समस्या हुई. खुजलाने की वजह से खुजली और लाल चकत्ते धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल गए. उन्होंने इससे छुटकारा पाने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया. उन्हें त्वचा की समस्याओं को दूर करने वाले एक मलहम का पता चला जो देसी चाइनीज नुस्खे पर बना था. टिंगटिंग ने करीब 10 साल तक ये मलहम अपने शरीर पर अप्लाई किया. इस इलाज में टिंगटिंग ने एक लाख युआन यानी 12 लाख 45 हजार रुपये से भी ज्यादा खर्च कर दिए.

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टिंगटिंग ने बताया, “शुरूआती दिनों में मुझे इस दवा से आराम हुआ. लेकिन कुछ समय के बाद त्वचा पर रिएक्शन शुरू हो गया.” 

टिंगटिंग की त्वचा लाल और बैंगनी रंग में बदलने लगी. उनकी स्किन किसी सांप की त्वचा की तरह दिखने लगी. हाल ही में टिंगटिंग को जियांग्सू शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद ये मामला सामने आया. डॉक्टरों ने उनके शरीर पर लाल और बैंगनी रंग की लाइनें देखीं. पैरों में सूजन, बार-बार उल्टी और हाथों के सुन्न होने जैसे लक्षण भी पता चले.

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साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, टिंगटिंग ने बताया कि वो किसी डॉक्टर को दिखाए बिना ही इस देसी मलहम का इस्तेमाल कर रही थीं. इसकी वजह से त्वचा में बदलाव के साथ उनका वजन भी बढ़ गया. इसके अलावा महिला को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो गई.

अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. वांग फेई ने टिंगटिंग के त्वचा की जांच की. उन्होंने पाया कि उनके शरीर में कोर्टिसोल का लेवल बहुत कम हो चुका था. साथ ही वह सेकेंडरी एड्रेनोकोर्टिकल इंसफिशिएंसी की चपेट में भी आ चुकी थी. यह समस्या होने पर पिट्यूटरी ग्रंथि से मस्तिष्क में एड्रेनोकॉर्टिकोट्रोपिक नाम का हार्मोन पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता. इस वजह से व्यक्ति को लो ब्लड प्रेशर, लो शुगर और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

डॉ. वांग ने यांग्त्जे ने बताया, “ऑनलाइन बिकने वाली दवाएं हर्बल और स्टेरॉयड फ्री होने का दावा करती हैं. लेकिन ऐसा होता नहीं है. उन दवाओं में भरपूर मात्रा में स्टेरॉयड होता है.”

डॉ. यांग बताते हैं कि इस तरह के मामले उनके विभाग में आते रहते हैं. शरीर में जलन और खुजली की समस्या होने पर स्टेरॉयड वाली दवाएं लेने से आपको कुछ समय में आराम तो मिल जाएगा. लेकिन ज्यादा समय तक इसका इस्तेमाल करने से आपको हार्मोन से संबंधित अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं. जिससे आप लंबे समय तक परेशान हो सकते हैं.

हालांकि, समय पर इलाज होने की वजह से टिंगटिंग की सेहत में सुधार हुआ है.

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