दिल्ली से गुरुग्राम जोड़ने के लिए द्वारका एक्सप्रेस वे (Dwarka Expressway) बन रहा है. इसकी लागत पर CAG ने सवाल खड़े किए थे. ऑडिट रिपोर्ट में दावा किया था कि एक्सप्रेस वे के निर्माण में अनुमान से ज्यादा लागत लग रही है. जैसे ही खबर आई, विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया. अब सरकार का जवाब आया है. CAG के इस दावे को अनुचित बताया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसका जवाब दिया है. बताया कि ये एक्सप्रेस वे भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत बना है. इस एक्सप्रेसवे के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) से मंजूरी ली गई. मंत्रालय ने कहा कि एक्सप्रेसवे के लिए 206.39 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की औसत लागत वाला टेंडर जारी किया गया था. लेकिन ठेकों का अंतिम आवंटन 181.94 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की दर पर किया गया. यानी सरकार ने इसकी निर्माण लागत में 12 प्रतिशत की बचत की है.
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CAG रिपोर्ट में दावा कि बजट था हर किलोमीटर पर 18.20 करोड़ का, मगर खर्च करीब 251 करोड़ हो रहा...

सरकार की तरफ से दावा किया गया कि CAG ने निर्माण की वास्तविक लागत को ध्यान में नहीं रखा है. इसकी वजह से लागत बहुत अधिक होने की बात सामने आई है, जो कि अनुचित है. सरकार के इस दावे पर अभी CAG का जवाब नहीं आया है.
CAG रिपोर्ट में क्या कहा गया?CAG की रिपोर्ट के मुताबिक 29.06 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे को कैबिनेट कमेटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की तरफ से अप्रूवल जरूर मिला था, मगर 18.20 करोड़ प्रति किलोमीटर के बजट का. जबकि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की तरफ से इसका कुल बजट 7287.29 करोड़ रुपये कर दिया गया. यानी हर किलोमीटर पर 18.20 करोड़ की जगह करीब 251 करोड़ रुपये का खर्च.
CAG रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. पार्टी की तरफ से तंज कसते हुए कहा गया,
''देश में मोदी विरोधी एक संस्था है. यह इंटरनैशनल साजिश में शामिल है. इस संस्था का नाम है- CAG. इस संस्था ने मोदी सरकार के 7 बड़े घोटालों का पर्दाफाश किया है. मोदी जी को तत्काल इस संस्था पर ताला लगवाना चाहिए और रिपोर्ट निकालने वालों को जेल भेजने का काम करना चाहिए. इन्हें लगता है देश में प्रजातंत्र है...''
इन विवादों के इतर मंत्रालय का दावा है कि इस एक्सप्रेसवे में कई खूबियां होंगी. द्वारका एक्सप्रेसवे फोर लेवल इंटरचेंज सुविधा के साथ देश की पहली 8 लेन वाली एलिवेटेड सड़क है. एक्सप्रेसवे को दिल्ली एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए इसमें 8 लेन वाली 3.6 किलोमीटर लंबी सुरंग और 6 लेन वाली 2.4 किलोमीटर लंबी सुरंग है. साथ ही साथ इसमें प्रमुख इंटरचेंजों पर ऊंची सर्विस सड़कों का भी निर्माण किया गया है. विवादों के बीच अब सीएजी का सरकार की बात पर क्या जवाब आता है. ये देखने वाला होगा.
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