1. यहां जीरा फेंको, वहां कुत्ता लपेटो तो ये चमत्कार होगा.आज इसी पांचवें पर बात करते हैं. ये जो पंजाबी गाने दिखते हैं, ये या तो मेल स्टार्स के गाए होते हैं या डुएट. शायद ही कभी हो कि किसी फीमेल सिंगर का गाना ट्रेंडिंग में टॉप पर हो. मगर ऐसा हुआ. आज हुआ. गुरदासपुर की लड़की निमरत खैरा का गाया ये गाना. बीती रात नंबर वन पर था. खबर लिखे जाने के वक्त दूसरे पर कायम था.
2. देसी यूट्यूब स्टार्स के वीडियो मसलन, सपना चौधरी या फिर अमित भडाना.
3. फिल्म के ट्रेलर या कभी-कभी गाना.
4. किसी भोजपुरी फिल्म का लिंक, स्टारर खेसारी लाल या निरहुआ.
5. और पंजाबी गाना.
''तेरे इक घूर नाल चुप कर जांदियांतो हमें उत्सुकता हुई. पत्रकारों वाली. कि दीदी कौन हैं. पता करें जरा. पता किया तो ये पता चला-
पता कमजोरी तैनूं तेरी मैं दीवानियां
रोज बैठदा बनाके तू टोली
ताइयों मेरे सिर चढ़दा
आज मैं न बरोबर बोली
ताइयों मेरे सिर चढ़दा...''

निमरत खैरा का पूरा नाम निमरतपाल कौर खैरा है.
1. निमरत खैरा का पूरा नाम निमरतपाल कौर खैरा है. उनका हैप्पी बर्थडे 10 दिसंबर 1992 को होता है. जन्मस्थान गुरदासपुर. और डिटेल में जाएं तो मुस्तफापुर. पंजाब से बाहर वाले लोगों के लिए गुरदासपुर का एक रेफरेंस ये होता था कि वहां से विनोद खन्ना बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ते और हारते थे. गुजर गए. उनकी आत्मा को शांति मिले.
2. निमरत की पढ़ाई डीएवी बटाला में हुई. डीएवी मतलब, दयानंद एंग्लो वैदिक. पहले के लोग कितने अच्छे होते थे. शिक्षा पर जोर देते थे. और उस शिक्षा को धंधे से दूर रखते थे. स्वामी दयानंद के नाम पर पूरे देश में डीएवी खुले. सबमें शिक्षा सस्ती और अपेक्षाकृत अच्छी है. मैं खुद भी ग्रेजुएशन में एक ऐसे ही स्कूल में पढ़ा हूं. पूरे जिले में सबसे अच्छा और सरकारी दाम पर पढ़ाई.

निमरत ने वॉयस ऑफ पंजाब का सीजन 3 जीता था.
अच्छा एक बात बताओ. डीएवी बटाला ने अभी तक अपने स्कूल में एलुमिनाई वाले बोर्ड पर निमरत की तस्वीर लगाई होगी या नहीं. लगानी चाहिए. बच्चों को प्रेरणा मिलेगी.
3. निमरत का करियर कैसे चमकेगा. उन्होंने वॉयस ऑफ पंजाब का सीजन 3 जीता था.
पंजाब के एक लड़के ने वॉयस ऑफ इंडिया भी जीता था. साल था 2008. इश्मीत सिंह नाम था उसका. बड़ा प्रॉमिसिंग बच्चा था, ऐसा बुजुर्ग कहते थे लुधियाना के. मगर 29 जुलाई 2008 को इश्मीत की मालदीव में डूबने से मौत हो गई. आयोजकों ने कहा, हादसा है, परिवार ने कहा, साजिश. सच, इंतजार में है.

इन्हें गाने के अलावा घूमने और पढ़ने का शौक है.
4. निमरत का फेसबुक पेज भी है. नीले टिक वाला. खूब सारी तस्वीरें. फैंस के मैसेज. अबाउट में गए तो वेबसाइट का लिंक मिला. मगर काम नहीं कर रही. निमरत को चाहिए कि अपने पब्लिसिटी मैनेजर को टिंचर दें. बताइए कितना खराब लगता है कि क्लिक करें और स्क्रीन पर ये लिखकर आए.
5. फेसबुक पेज से ही उनके सीवी का वो वाला कॉलम दिखा. हॉबीज टाइप. और उसमें वही बोरिंग बातें. कि मुझे गाने के अलावा घूमने और पढ़ने का शौक है. या हो सकता है कि सच में हो. जज नहीं करना चाहिए. जज साहब, ये हमारे वक्त की सबसे बुरी बीमारी है.

निमरत ने हंसराज हंस के बेटे युवराज हंस के अपोजिट डेब्यू किया था.
6. निमरत जिस फिल्म से हीरोइन बनीं उसकी कहानी बहुत सही है. मल्लब मौज आ जाए ऐसी. सुनिए आप भी.
किक्कर इंडिया में. खेत में काम करता है. अमीरन पाकिस्तान में. वह भी खेत में काम करती है. खेत अगल बगल हैं. प्यार हो जाता है. किक्कर गया पाकिस्तान. मिलना था अमीरन से. मिल गया नसीम, जो था जमींदार. वीर जारा साउंड कर रहा है क्या. ठहरो. नसीम किक्कर की मदद करता है. वो कोई सरदार खान थोड़े है. (यहां रेफरेंस का सहारा लें, सरदार खान अर्थात मनोज वाजपेयी जो वीर जारा के विलेन थे) फिर नसीम को भी प्यार हो जाता है. अमीरन से नहीं. किक्कर की बहन हरलीन से. आगे मिलना बिछड़ना और इश्क टाइप कन्फ्यूजन.

डीएवी बटाला से पढ़ाई की थी निमरत ने.
यही हरलीन हमारी निमरत खैरा हैं. डेब्यू हुआ उनका इस फिल्म से. लिखें अमरिंदर की बहन थीं तो लगेगा ओहो, कमजोर मिला. हीरो की बहनों के रोल ऐसे ही माने जाते हैं फिल्म समाज में. लेकिन लिखें युवराज हंस की हीरोइन तो जोर बढ़ जाता है. युवराज हंस हंसराज हंस के बेटे हैं. और पिछले सेंटेंस में हंस तीन बार आया.अब आप निमरत की फिल्म का गाना सुनें. सुना करें. बोलने से सुलना भला. ज्यादा नहीं. ज्ञानी कह गए हैं. सुन, गुन.
अमरिंदर गिल के साथ गाए गाने अखर का लिंक. फिल्म लाहोरिया.
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