बिहार में यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया है. इसके चलते सोमवार, 20 मार्च को करीब एक घंटे तक दिल्ली-काठमांडू राजमार्ग पर जाम लगा रहा. इस दौरान मनीष के समर्थकों ने आगजनी की और सरकार विरोधी नारे लगाए. प्रदर्शन में सैकड़ों युवा शामिल हुए.
मनीष कश्यप का रोते हुए वीडियो आया, समर्थक भड़के, जमकर प्रदर्शन, रिहाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मनीष कश्यप सच दिखाते थे इसलिए उन पर ये कार्रवाई हुई

मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ कथित हमले के फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप है. इसी मामले में बीते सप्ताह उन्होंने सरेंडर किया था. इसके बाद मनीष का एक वीडियो सामने आया जिसमें वो रोते नजर आ रहे हैं.
आजतक से जुड़े सचिन पांडेय की एक रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तारी को लेकर मनीष के समर्थकों में पहले से ही नाराजगी थी. लेकिन जब समर्थकों उनका रोने वाला वीडियो देखा तो भड़क गए. सोमवार, 20 मार्च को ये सब इकठ्ठा होकर भारी संख्या में मोतिहारी में नेशनल हाईवे पर पहुंच गए. प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी हुई. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि मनीष को तुरंत रिहा किया जाए. प्रदर्शन कर रहे युवकों का कहना था कि मनीष कश्यप सच दिखाते थे इसलिए उन पर ये कार्रवाई हुई है.
तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों की पिटाई के फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज हुए थे. बिहार में यूट्यूबर के खिलाफ 14 और तमिलनाडु में 13 मामले दर्ज हैं. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के बार-बार प्रयास करने के बावजूद मनीष कश्यप पेश नहीं हो रहे थे. इसके बाद आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ. पुलिस और ईओयू की टीमों ने लगातार आरोपी के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वो नहीं मिले.
इसके बाद एक मामले में 18 मार्च को कोर्ट के आदेश पर मनीष कश्यप के घर को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू हुई. इसके कुछ देर बाद ही मनीष ने सरेंडर कर दिया. शुरूआती पूछताछ के बाद 19 मार्च को मनीष कश्यप को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
वीडियो: मनीष कश्यप के घर पहुंची पुलिस, फिर क्या हुआ कि थाने पहुंच सरेंडर कर दिया?