The Lallantop

मोहल्ले की 40 औरतों के पति 'रूपचंद', जातीय गणना कर रहे अधिकारियों के उड़े होश

बहुत ढूंढा फिर 'रूपचंद' का भी पता चल गया

Advertisement
post-main-image
बिहार के अरवल जिले में जातीय जनगणना में ये हैरान करने वाली बात सामने आई | प्रतीकात्मक फोटो: आजतक

बिहार का अरवल जिला (Arwal district). यहां रहते हैं ‘रूपचंद’. अब रूपचंद के चलते जिले की चर्चा दिल्ली तक है. ऐसा इसलिए क्योंकि रूपचंद 40 महिलाओं के पति हैं. दरअसल, अरवल के एक मोहल्ले में जातीय जनगणना के दौरान 40 महिलाओं से जब पूछा गया कि उनके पति का नाम क्या है? तो इन सभी का जवाब था रूपचंद (Bihar jati janganana Arwal district).

Add Lallantop As A Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये पूरा मामला अरवल नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 के रेड लाइट एरिया का है. इस इलाके में महिलाएं सालों से नाच-गाकर अपना जीवन गुजारती हैं. इनका कोई निश्चित ठिकाना नहीं होता है.

जातीय जनगणना के दौरान कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं. हाल ही में कुछ अधिकारी जनगणना के लिए वार्ड नंबर 7 में भी पहुंचे. जब ये अधिकारी यहां के रेड लाइट एरिया में जानकारी जुटा रहे थे, तब करीब 40 महिलाओं ने अपने पति का नाम रूपचंद बताया. कुछ महिलाओं ने पिता और बेटे के तौर पर भी रूपचंद का नाम लिया.

Advertisement
फिर रूपचंद कहां मिला?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जातीय गणना करने पहुंचे टीचर राजीव रंजन राकेश ने बताया कि रेड लाइट एरिया में रहने वाली महिलाओं से उन्होंने बात की. कई महिलाओं ने अपने पति, पिता और पुत्र का नाम रूपचंद बताया. महिलाओं के आधार कार्ड पर भी पति का नाम रूपचंद लिखा हुआ पाया गया. अधिकारियों ने फिर पता किया कि आखिर ये रूपचंद नाम का शख्स कौन है. जब पूछताछ की गई तो पता चला कि रूपचंद कोई आदमी नहीं है. इस इलाके के लोग पैसे को रूपचंद कहते हैं.

राकेश के मुताबिक इस इलाके में ऐसे दर्जनों परिवार हैं, जिन्होंने रूपचंद यानी पैसे को ही अपना सब कुछ मान रखा है. यही वजह है कि कई महिलाओं ने अपने पति, बेटे और पिता के तौर पर रूपचंद का नाम लिया.

वीडियो: यूपी और बिहार वाले बेंगलुरु में मकान मालिकों से क्यों परेशान हैं?

Advertisement

Advertisement