The Lallantop

सोनिया गांधी की भी नहीं सुनी, जिससे सुभाष चंद्रा जीत गए? सवाल पर भूपेंद्र हुड्डा ने क्या बताया?

2016 के राज्यसभा चुनाव में 'कलम कांड' की घटना पर क्या बोले हुड्डा?

Advertisement
post-main-image
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2016 के राज्यसभा चुनाव के दौरान का पूरा किस्सा सुनाया है | फ़ाइल फोटो: आजतक

भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के पूर्व सीएम लल्लनटॉप के जमघट के मंच पर आए. एडिटर सौरभ द्विवेदी ने उनसे कई तीखे सवाल पूछे. इस दौरान भूपेंद्र हुड्डा से पूछा गया कि क्या ये बात सही है कि 2016 में सोनिया गांधी के कहने पर भी उन्होंने RK आनंद को सपोर्ट नहीं किया था और उस वजह से जी मीडिया वाले सुभाष चंद्रा हरियाणा से राज्यसभा का चुनाव जीत गए थे? क्या आप सोनिया गांधी से साफ-साफ़ कहकर आए थे कि RK आनंद को स्पोर्ट नहीं करेंगे?

Advertisement

इसका जवाब देते हुए हरियाणा के पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा,

'ये सत्य है, बिल्कुल सत्य है. आरके आनंद को लेकर कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं था. उसकी वजह दूसरी थी. वो भारतीय ओलंपिक संघ से जुड़े हुए थे और वहां उन्होंने सही फैसला नहीं किया था. वो उस राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार तो थे नहीं, तो मैंने कह दिया था कि सपोर्ट नहीं करूंगा. हालांकि आरके आनंद जी को मेरे परम मित्र रहे सज्जन कुमार जी मेरे पास लेकर आए थे. मैंने आरके आनंद जी को भी साफ कह दिया था कि मैं आपको सपोर्ट नहीं कर पाऊंगा और फिर वही बात मैंने सोनिया जी से भी कह दी थी.'

Advertisement

इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा से पूछा गया कि क्या आरके आनंद को सपोर्ट करने का फैसला पार्टी ने आपसे पूछ कर नहीं लिया था?

इसके जवाब में उन्होंने कहा,

'पहले कई लोग मेरे पास आए थे, लेकिन बाद में पार्टी ने फैसला आरके आनंद का किया... लेकिन ये फैसला ओम प्रकाश चौटाला का था. पहले अखिलेश दास उम्मीदवार बनने वाले थे वो मेरे पास आए भी थे मदद मांगने, मैंने उनसे मदद करने का वादा भी किया था. लेकिन फिर उनकी जगह चौटाला ने आरके आनंद को उतार दिया.'

Advertisement
कलम बदलने की घटना पर क्या बोले?

चुनाव के दौरान इंक यानी कलम बदले जाने की घटना पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना था कि कलम को लेकर चुनाव में कुछ गड़बड़ हुई थी, लेकिन उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता था. हुड्डा के मुताबिक उन्होंने तो खुद कलम की घटना के बाद रीइलेक्शन की मांग की थी. इस दौरान भूपेंद्र हुड्डा ने ये भी कहा,

'उस समय एक वोट ब्लैंक भी गया था और मैंने तुरंत मीडिया से कह दिया था कि मैंने किसी को वोट नहीं दिया है… मैंने किसी विधायक से भी नहीं कहा कि आरके आनंद को वोट ना दो, मैंने बस विधायकों से ये कहा था कि पार्टी को सपोर्ट करो.'

बता दें कि साल 2016 में हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान कलम बदलने के कारण विवाद हो गया था, जिसमें कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल समर्थित प्रत्याशी आरके आनंद को हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा जीत गए थे.

#जमघट का ये एपिसोड आप शुक्रवार, 30 जून को यूट्यूब, वेबसाइट औऱ फेसबुक पर देख सकते हैं. 

वीडियो: हरियाणा के CM खट्टर को गांववालों ने 4 घंटे तक बंदी बनाया, फोर्स आ गई तब भी नहीं जाने दिया!

Advertisement