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‘बेनाड्रिल चैलेंज’ में दर्जन भर गोलियां निगल कर मर गया, यार टिक टॉक वीडियो बनाते रहे

अब मां-बाप दूसरों को समझाते फिर रहे हैं.

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बेनाड्रिल चैलेंज पूरा करने की लत में गई जान. (सांकेतिक तस्वीरें- Unsplash.com)

कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर एक गेम काफी चर्चा में था. ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ नाम का. इस गेम में लोगों को अजीब से चैलेंज पूरा करने को कहा जाता था. चैलेंज पूरा करते-करते कई लोगों की जान भी गई. बताया जाता था कि गेम की शर्तें ऐसी थीं कि चैलेंज पूरा नहीं करने के बदले खेलने वालों को आत्महत्या करनी पड़ती थी. अब ऐसा ही एक और चैलेंज फिर से खबरों में है. बेनाड्रिल चैलेंज.

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बेनाड्रिल नाम से आपको कफ़ सिरप (Benadryl Challenge Tik-Tok) याद आया होगा. चैलेंज भी वही है. बस यहां कफ़ सिरप की जगह बेनाड्रिल की गोलियां खानी होती हैं. एक साथ कई सारी. इससे जान जाने का खतरा भी रहता है. लेकिन कई युवक इसकी परवाह किए बिना चैलेंज पूरा करने में लगे हैं. इस जिद में एक लड़के की जान चली गई है.

बेनाड्रिल चैलेंज ने ली जान

अमेरिका के ओहायो (Ohio) के रहने वाले 13 साल के जैकब स्टीवन्स की टिक-टॉक पर ‘बेनाड्रिल चैलेंज’ पूरा करने के चक्कर में मौत हो गई. इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जैकब के परिवार ने बताया कि उसने चैलेंज पूरा करने की जिद में बेनाड्रिल की 12 से 14 गोलियां एक साथ खा लीं. जैकब के पिता जस्टिन स्टीवन्स ने बताया कि जिस वक्त जैकब ये चैलेंज पूरा कर रहा था उसके साथी पास में खड़े उसका वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे.

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गोलियां खाने के तुरंत बाद जैकब का शरीर ऐंठने लगा. उसको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां 6 दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद जैकब की मौत हो गई. 13 साल के बेटे को खोने के बाद माता-पिता दूसरे पेरेंट्स को इस चैलेंज के बारे में चेता रहे हैं. उनसे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी करने के लिए कह रहे हैं. जस्टिन ने ये भी चाहते हैं कि बेनाड्रिल जैसी दवा की खरीद पर आयु सीमा तय करने की पहल की है.

बेनाड्रिल के बारे में FDA ने क्या कहा

अमेरिका की शीर्ष सरकारी एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) कई सालों से टिक-टॉक पर चल रहे ‘बेनाड्रिल चैलेंज’ के बारे में चिंता जताता आ रहा है. बेनाड्रिल डिफेनहाइड्रामाइन नाम के केमिकल से बनी होती है. ये एक एंटीहिस्टामाइन है. आसान भाषा में कहे तो एंटीहिस्टामाइन का प्रयोग एलर्जी या सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है.

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FDA के मुताबिक डिफेनहाइड्रामाइन का इस्तेमाल तब तक सेफ है जब तक इसे डॉक्टर के लिए प्रेस्क्रिप्शन के हिसाब से लिया जाए. ज्यादा डोज़ में लेने पर हार्ट अटैक आ सकता है, व्यक्ति कोमा में जा सकता है. मौत भी हो सकती है.            

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