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सड़क पर कानून की धज्जियां उड़ाने वाले बरेली गोलीकांड में BJP से जुड़े लोगों के नाम कैसे आए?

Uttar Pradesh Bareilly Shootout: दोनों पक्षों के आरोपों के बाद लड़ाई 'पप्पू vs पप्पू' की हो गई है. एक उत्तराखंड में मंत्री के पति पप्पू गिरधारी और दूसरे पूर्व BJP विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल.

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उत्तराखंड की मंत्री के पति पर लगा आरोप. (फोटो- आजतक)

यूपी के बरेली गोलीकांड का वीडियो वायरल है. सड़क पर दो पक्षों में सरेआम ऐसे गोलियां चल रही थीं, मानो किसी फिल्म का सीन चल रहा हो. घटना 22 जून की है. खबरों के मुताबिक 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. अब इस मामले में राजनीतिक एंगल भी सामने आ रहा है. उत्तराखंड सरकार की एक मंत्री के पति और बीजेपी के पूर्व विधायक पर भी आरोप लग रहे हैं. एक-एक करके इस मामले के हर पहलू को समझने की कोशिश करते हैं.

22 जून की सुबह क्या हुआ था?

सुबह के करीब साढ़े 7 बजे थे. आरोपी राजीव राणा अपने साथियों के साथ इज्जतनगर-पीलीभीत बाईपास रोड पर पहुंचता है और शंकरा मार्बल्स नाम की मार्बल शॉप पर हमला कर देता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक राणा के साथ करीब 25 लोग थे और वो दो बुल्डोज़र लेकर पहुंचा था. खबरों के मुताबिक राजीव राणा दुकान पर कब्जा करने पहुंचा था.

मार्बल्स की ये दुकान कारोबारी आदित्य उपाध्याय की थी. जब उन्हें पता चला कि उनकी दुकान पर हमला हुआ है तो वो भी मौके पर पहुंचे. उपाध्याय ने राणा को रोका तो बवाल मच गया. इसके बाद बरेली की सड़क पर जो हुआ उसने देश में कानून के राज का मज़ाक बनाकर रख दिया. दोनों तरफ से एक दूसरे से अंधाधुंध फायरिंग की गई. 100 राउंड से ज्यादा गोलियां चलीं.

सड़क पर लोग डर के मारे जहां थे वहीं रुक गए. दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां दागी जा रही थीं. ये सबकुछ आधे घंटे तक चलता रहा. दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले एक घर पर 16 गोलियों के निशान मिले हैं. गनीमत ये रही कि किसी राहगीर को गोली नहीं लगी. पुलिस ने दावा किया है कि इस वारदात में कोई भी घायल नहीं हुआ है. हालांकि, अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस गोलीबारी में दो लोग घायल हुए हैं.

इस दौरान राणा ने कथित तौर पर आदित्य उपाध्याय की दुकान के एक हिस्से को नुकसान पहुंचाया. बताया गया कि JCB से दुकान को क्षति पहुंचाई गई. बदले में उपाध्याय के लोगों ने JCB को आग के हवाले कर दिया.

घटना की जानकारी मिलने पर जब तक पुलिस मौके पर पहुंची राजीव राणा अपने गुर्गों के साथ फरार हो गया था. पुलिस ने वारदात की जगह से आदित्य उपाध्याय और उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया और उनके लाइसेंसी हथियार भी जब्त कर लिए गए हैं. साथ ही पुलिस ने राणा की एक लग्जरी गाड़ी जब्त कर ली.

ताज़ा अपडेट के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने राजीव राणा का एक गुर्गा ललित भी मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है.

गोलीकांड के बाद क्या-क्या हुआ?

इस मामले में पुलिस ने दो FIR दर्ज की हैं. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक पहली FIR इज्जतनगर थाने के दरोगा राजीव प्रकाश ने दर्ज कराई. इसमें बिल्डर राजीव राणा, रोहित ठाकुर, संजय, आदित्य उपाध्याय, अभिराज समेत 34 लोगों पर बवाल, हत्या का प्रयास और आगजनी के आरोप में केस दर्ज किया गया. इस FIR में लिखा गया कि राजीव राणा और आदित्य उपाध्याय के गुट ने फायरिंग की. आदित्य उपाध्याय ने अपनी स्विफ्ट कार से राजीव राणा पक्ष के लोगों को कुचलने का प्रयास किया. उस समय पुलिस वहां पर कम संख्या में मौजूद थी. पुलिस ने किसी तरह बुलडोजर की आग बुझाई.

इसके बाद दूसरी FIR लिखाई गई आदित्य उपाध्याय की दुकान में काम करने वाले रोहित शर्मा की तरफ से. इस FIR में राजीव राणा और उसके साथियों को तो नामजद कराया ही गया, एक नाम और जुड़ा जिससे इस पूरे मामले में राजनीतिक ऐंगल भी जुड़ गया. उपाध्याय की तरफ से इस FIR में भाजपा के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का भी नाम जुड़वाया गया.

पप्पू भरतौल का नाम आया तो उनका बयान भी आया. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया. फेसबुक पर पप्पू भरतौल ने 22 जून को एक पोस्ट में दावा किया कि वो वृंदावन में हैं और बरेली की घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने लिखा,

“मैं कल से वृंदावन में हूं. बरेली की घटना में मेरा किसी पक्ष से कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस निष्पक्ष जांच कराए. राजनीतिक विरोध से साजिश रची जा रही है.”

उत्तराखंड के मंत्री के पति का नाम आया?

इस पूरे घटनाक्रम में नया मोड़ तब आया जब मुख्य आरोपी राजीव राणा ने पूरी घटना के पीछे उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के पति पप्पू गिरधारी का हाथ है. यानी अब इस मामले में दो बीजेपी से जुड़े लोगों पर आरोप लग चुके हैं. पहला पप्पू भरतौल जो बीजेपी के पूर्व विधायक हैं, दूसरे पप्पू गिरधारी जो बीजेपी सरकार की मंत्री के पति हैं.

हालांकि पप्पू गिरधारी ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार दिया है.

इस पूरे प्रकरण पर आजतक के सहयोगी कृष्ण गोपाल राज ने पप्पू गिरधारी से फ़ोन पर बात की. उन्होंने कहा,

“मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. मुझे झगड़े की कोई जानकारी नहीं है. अभी देहरादून में हूं. मुझे जानबूझकर इस मामले में शामिल किया जा रहा है. मेरी छवि खराब की जा रही है. इसलिए मैं इन लोगों पर 5 करोड रुपये का मानहानि का मुकदमा कर रहा हूं.”

बता दें कि इस गोलीकांड के बाद बरेली के SSP घुले सुशील चंद्रभान ने इज्जतनगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.

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