The Lallantop

'तो रहमान को नाम बताने में दिक्कत क्यों... ', कांवड़ यात्रा नेमप्लेट विवाद पर अब रामदेव भी बोले

Kanwar Yatra Nameplate Controversy पर Baba Ramdev ने लंबा बयान दिया है. PM मोदी का भी जिक्र बाबा ने कर डाला.

Advertisement
post-main-image
कांवड़ यात्रा मामले और नेमप्लेट विवाद पर बाबा रामदेव की टिप्पणी (फाइल फोटो- आजतक)

कांवड़ यात्रा को लेकर शुरू हुआ नेम प्लेट विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब मामले पर बाबा रामदेव का बयान सामने आया है (Baba Ramdev on Name Plate Controversy). उन्होंने दुकानों पर नेमप्लेट लगाने वाले योगी सरकार के फैसले का समर्थन किया है. बाबा रामदेव ने सवाल किया कि जब हिंदू को अपना नाम बताने में कोई दिक्कत नहीं तो मुसलमान को क्यों दिक्कत हो रही है. बोले- हर जाति-धर्म के लोगों को अपना नाम बताने में गर्व होना चाहिए. 

Advertisement

न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत में योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा,

जब रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं हो तो रहमान को क्यों दिक्कत होनी चाहिए. अपने नाम पर तो सबको गौरव होता है.

Advertisement

आगे बोले, 

नाम छिपाने की कोई जरूरत नहीं है. अपने काम को शुद्धता और प्रमाणिकता से करने की जरूरत है. अगर काम में पवित्रता है तो नाम चाहे जो भी है किसी भी वर्ग से है उससे फर्क नहीं पड़ता. सबको अपने भारतीय होने पर, अपने धर्म या वर्ग पर समान रूप से गौरव होना चहिए.

हर दुकान पर नेमप्लेट लगाने वाले फैसले के विरोध में उतरे विपक्षी नेताओं को लेकर रामदेव ने कहा, 

Advertisement

विरोध और समर्थन के पीछे लोगों के राजनीतिक मंसूबे हैं. विरोध तो लोग मोदी जी का भी कर रहे हैं. कह रहे हैं कि वो संविधान, लोकतंत्र, OBC और मुसलमानों के लिए खतरा हैं. उनके प्रति देश में घृणा और नफरत का माहौल तैयार किया जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री को ही मारने के लिए लोग खड़े हो रहे हैं. जैसे ट्रंप के खिलाफ खड़े हो गए थे. उनके कान के पास से गोली होकर गुजरी. वो अब शायद जीत ही जाएंगे. लेकिन घृणा और नफरत का भाव किसी भी रूप में, चाहे वो प्रधानमंत्री के प्रति हो, हिंदुओं के प्रति हो या किसी और जाति-वर्ग के प्रति हो, मान्य नहीं है. ना ये सनातन संस्कृति है और ना ही भारत के संस्कार.

ये भी पढ़ें- अब उज्जैन में भी दुकानदारों को लगानी होगी नेम प्लेट, यहां तो मोबाइल नंबर भी लिखना होगा

बता दें, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा वाले रास्तों पर पड़ने वाली खाने-पीने की दुकानों पर उनके मालिकों का नाम लिखने का आदेश दिया था. राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है. 20 जुलाई को उज्जैन के मेयर ने भी दुकान के मालिकों को अपने नाम और फोन नंबर वाली नेमप्लेट लगाने के लिए कह दिया.

वीडियो: योगी के कांवड़ यात्रा से जुड़े फैसले ने बढ़ाई पीएम मोदी की टेंशन, एनडीए के सहयोगियों ने उठाए सवाल

Advertisement