डायरेक्टर के साथ पहली मुलाक़ात


आउटडोर शूटिंग
शूटिंग के दौरान हर किसी को साफ़ दिख रहा था. RP मेरा कुछ ज्यादा ही ध्यान रख रहा था. क्रू के ज्यादातर लोग यंग थे. सबको समझ आ रहा था कि क्या हो रहा है. सब आंखों ही आंखों में मेरे मज़े ले रहे थे. मेरे लिए ये बहुत ही एम्बैरसिंग था.

और आखिर वो दिन आ ही गया
एक शाम को जब शूटिंग ख़त्म हो रही थी. RP ने मेरे पास आकर कहा, आज रात में मेरे रूम में आओ. डिनर करने के लिए. साथ में स्क्रिप्ट डिस्कस करते हैं. मुझे लगा, फाइनली, ये चीज़ सामने आ गई. कम से कम अब ये मेरे दिमाग का वहम नहीं है. जो भी है, बिलकुल सामने है. सबने शाम का प्लान बनाया था. साथ में डिस्को और बार जाने का. मैंने एक प्लान बनाया. प्लान थोड़ा जोखिम भरा था. या तो सफल होगा या फिर मैं पहली फ्लाइट पकड़कर वापस इंडिया चली जाऊंगी. प्लान बन चुका था. मैंने होटल की केक और फ्लावर शॉप से एक बहुत बड़ा सा बुके खरीदा. एक्सोटिक चॉकलेट्स का एक बड़ा सा डिब्बा खरीदा. रात को 8 बजे मैंने रेप्टाइल के दरवाज़े पर नॉक किया. अन्दर से एक भरी सी आवाज़ आई. 'कम इन'.

मैंने जाते ही उसको वो बुके दिया. और उसको कसकर एक झप्पी दे दी. उसको इस फिल्म में काम करने का मौका देने के लिए थैंक्यू कहा. RP थोड़ा सा चौंक गया. उसको उम्मीद नहीं थी. कोई मक्खी, मकड़जाल में इतनी खुशी-खुशी कैसे फंस रही है. जैसे ही RP ने बात करना शुरू किया, उसका फ़ोन बजा. फ़ोन मेरे लिए था. उसके बेटे का. क्रू के सारे यंग लोगों का डिनर का प्लान था. सब मुझको बुला रहे थे. दरअसल मेरा प्लान यही था. मैंने होटल के रिसेप्शन पर कह दिया था. मेरी कोई भी कॉल आए. RP के कमरे में ट्रान्सफर कर दिया जाए. मैंने RP के बेटे से कहा कि मैं सर के कमरे में स्क्रिप्ट डिस्कस कर रही हूं. फिर RP से पूछा, सर कितना टाइम लगेगा स्क्रिप्ट डिस्कस करने में. RP का मुंह सड़ चुका था. मैं वहां 15 मिनट रुकी. उन 15 मिनटों में कई कॉल आए. सब के सब मेरे लिए. RP की सारी डिजायर मर चुकी थी. थोड़ी देर में मैंने उसको थैंक्यू बोला और वहां से निकल गई थी.जाते-जाते टिस्का बोलीं, 'मुझे बहुत ख़ुशी है. आज-कल के ज़्यादातर कास्टिंग डायरेक्टर गे हैं. शायद आप मुझे बहुत बुरा इंसान समझें ये कहने के लिए. लेकिन मुझे बहुत ख़ुशी है. अब शायद हर किसी को समझ आए कि इस तरह की सिचुएशन से भागना क्या होता है.' वीडियो यहां देख लो https://www.youtube.com/watch?v=yHrPc-fJXSg
ये स्टोरी 'दी लल्लनटॉप' के लिए मौलश्री ने की थी.