छह अगस्त 1945. जापान के हिरोशिमा में सोमवार की सुबह थी. सवा आठ बजे थे. धूप खिली हुई थी. लोग अपने दफ्तरों की ओर कदम बढ़ा रहे थे. बच्चे अपने स्कूलों में पहुंच चुके थे. तभी, साढ़े तीन लाख की जनसंख्या वाले इस शहर के ऊपर आसमान में एक अमेरिकी बी-29 फाइटर प्लेन दिखाई पड़ा. ये लड़ाकू विमान फिलीपींस के तिनियान द्वीप से उड़ा था और छह घंटे बाद हिरोशिमा पहुंचा था. जब ये हिरोशिमा के ऊपर करीब 10 किलोमीटर की ऊंचाई पर था, तब इसमें बैठे मेजर टॉमस फ़ेरेबी ने अपने सामने लगे लाल बटन को दबा दिया. बटन दबा और बम ज़मीन की ओर चल पड़ा. 43 सेकंड बाद जमीन से करीब 585 मीटर की ऊंचाई पर बम फट पड़ा.