The Lallantop

अखबार में ये चार रंग वाली बिंदियां क्या करती हैं?

अखबार पढ़ते हो तो ये रंगीन बिंदियां जरूर देखी होंगी, लेकिन पता भी होना चाहिए.

post-main-image
डॉट्स देखने हैं, क्वेस्चन मार्क नहीं
यही बिंदी वृंदा करात के माथे पर होती तो कहते यहां हेलीपैड बनने वाला है. लेकिन ये बिंदी अखबार में है तो भौचकिया जाते हो. आखिर इत्ते बड़े अखबार में इत्ती छोटी बिंदी क्या कर रही है. उस पर अखबार वाले बिना मतलब के एक कॉमा तक नहीं लगाते. ये बिंदी कैसे लगा दी. ऐसा तो नहीं कि गलती से छूट गई. गलती है तो क्या रोज होनी चाहिए?
इन सब सवालों का एक जवाब है हमारे पास. दरअसल ये हमको आपको ये दिखाने के लिए है कि कलर टीवी की जगह कलर अखबार का जमाना भी आ गया है. वो जमाना नहीं रहा जब ब्लैक एंड व्हाइट होता था सब कुछ. अब तो किसी को गुड मॉर्निंग मैसेज कर दो तो उसका मुंह लाल पीला हो जाता है. तो बात ये है कि अखबार पर सही कलर पैटर्न बनाने के लिए ये डॉट्स यानी बिंदी मार्कर का काम करते हैं. निशाना बनाते हैं.
कनफ्यूज होने की जरूरत नहीं है, इसमें भी सही सीक्वेंस दिखाया गया है
कनफ्यूज होने की जरूरत नहीं है, इसमें भी सही सीक्वेंस दिखाया गया है

जैसा कि बचपन में कला मास्टर जी ने पढ़ाया होगा. मुख्य रंग होते हैं तीन. लाल, पीला, नीला. यही पैटर्न प्रिंटर में भी लगता है. इसमें एक और कलर ब्लैक जुड़ जाता है. तो ये जो चार बिंदियां हैं ये CMYK क्रम में बनी रहती हैं. C मने Cyan, इसका मतलब यहां होता है नीला. M माने Magenta ये होता है गुलाबी, फिर yellow और black यानी पीला और काला. अगर ये डॉट्स इसी क्रम में बने रहते हैं तो समझो सब चकाचक है. जहां इधर उधर हुआ, बस समझो गुड़ गोबर. फिर या तो किसी कलर के ऊपर दूसरा कलर चढ़ बैठेगा या फिर बिखर जाएगा. फोटो खराब हो जाएगी.
अब ज्यादा थैंक्यू बोलने की जरूरत नहीं है. ये तो हमारा फर्ज था. अगर तुमए दोस्त लोगों को न पता हो तो बताओ और कहीं बाग में जाकर बंदरों को गुड़ धनिया खिला देना.
अब एक लल्लनटॉप वीडियो देख लो. ताकि फर्जीवाड़े की मार्केट टूटे.



ये भी पढ़ें:

जानिए, आदमी के पेट में कैसे पहुंच गईं लोहे की 639 कीलें

पोप ने जो कबूल किया है, वो स्वीकार करने की हिम्मत कोई और धर्मगुरु नहीं कर सकता

कुंठित लड़कों की वो बीमारी जो पूरा देश तबाह कर सकती है