ब्रह्मा ने अंडे के कर दिए दो टुकड़े, बन गई धरती
ब्रह्मा अंडे के अंदर एक साल तक रहे, फिर अंडे के दो टुकड़े कर दिए. एक टुकड़े से द्युलोक बनाया और दूसरे से पृथ्वी.

भगवान नारायण ने पहले जल पैदा किया, फिर जल में अपनी शक्ति डाल दी तो एक विशालकाय सोने जैसा अंडा पैदा हुआ. परमज्ञानी वेदों के ज्ञाता लोमहर्षण सूत जी के मुताबिक, इसी अंडे से भगवान ब्रह्मा पैदा हुए. ब्रह्मा अंडे के अंदर एक साल तक रहे, फिर अंडे के दो टुकड़े कर दिए. एक टुकड़े से द्युलोक बनाया और दूसरे से भूलोक यानी कि पृथ्वी. उन दोनों का पार्टिशन करके बीच में आसमान रख दिया. फिर दसों दिशाएं फिक्स कर दीं. फिर उन्होंने कुछ भाव बनाए. ये थे काल, मन, वाणी, काम, क्रोध और रति. इन भावों के हिसाब से सृष्टि पैदा करने के लिए उन्होंने अपने मन से सात प्रजापति पैदा किए. उनके नाम हैं- मरीजि, अत्रि, अंगिरा, पुलत्स्य, पुलह, क्रतु और वसिष्ठ. पुराणों में ये सात ब्रह्मा माने गए हैं. इनके अपने अपने वंश हैं, देवता भी इन्हीं के अंडर आते हैं. (ब्रह्मपुराण)