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इक्ष्वाकु और भगवान राम में था 53 पीढ़ियों का जेनरेशन गैप

भगवान राम के पूर्वजों का फ्लोचार्ट भी बड़ा इंटरेस्टिंग है.

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भगवान राम ने इक्ष्वाकु वंश में जन्म लिया था. इक्ष्वाकु वैवस्वत मनु के 9 पुत्रों में से एक थे. मनु जब छींक रहे थे तब इक्ष्वाकु पैदा हुए. फिर वंश आगे बढ़ा. पर इक्ष्वाकु वंश के अच्छे दिन आए जब स्वयं भगवान नारायण ने राजा सगर को आशीर्वाद दिया कि तुम्हारे वंश की कीर्ति हमेशा अजर अमर रहेगी. इक्ष्वांकु और भगवान राम के बीच कुल 53 पीढ़ियों का जेनरेशन गैप था. वो भी तब जब इंसान कई सौ वर्षों तक जीते थे. तो भगवान राम के पूर्वजों का फ्लोचार्ट इस तरह है: इक्ष्वाकु | विकुक्षि (शशाद) | ककुत्स्थ | अनेना | पृथु | विष्टराश्च | आर्द्र | युवनाश्च | श्रावस्त | बृहदश्व | कुवलाश्व (धुंधुमार) | दृढ़ाश्व | हर्यश्व | निकुंभ | संहताश्व | प्रसेनजित | युवनाश्च | मांधाता | पुरुकुत्स्थ | त्रसदस्यु | सम्भूत | त्रिधन्वा | त्रय्यारुण | सत्यव्रत | हरिश्चंद्र | रोहित | हरित | चंचु | विजय | रुरुक | वृक | बाहु | सगर | पंचजन | अंशुमान | दिलीप | महाराज भगीरथ | राजा श्रुत | नाभाग | अंबरीष | सिंधुद्वीप | अयुताजित् | ऋतुपर्ण | आर्तुपर्णि | सुदास (सौदास, कल्माषपाद) | सर्वकर्मा | अनरण्य | अनमित्र | दुलिदुह | दिलीप | महाबाहु रघु | अज | दशरथ | भगवान राम | कुश | अतिथि | निषध | नभ | पुंडरीक | क्षेमधन्वा | देवानीक | अहीनगु | सुधन्वा | शल | उक्य | वज्रनाभ | नल (स्रोत: ब्रह्मपुराण, गीताप्रेस)