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जब हमारी एयरफोर्स पाकिस्तान पर बम बरसा रही थी, तब नेवी ने अरब सागर में क्या-क्या किया?

सीजफायर के बाद 11 मई को तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. डायरेक्टर जनरल ऑफ नेवल ऑपरेशन (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने नेवी की तैयारी की पूरी जानकारी दी.

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हमला करने के लिए तैयार थी भारतीय नौसेना (फोटो: PTI)

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद 11 मई को तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के साथ वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती भी मौजूद थे. वाइस एडमिरल एएन प्रमोद डायरेक्टर जनरल ऑफ नेवल ऑपरेशन (DGNO) हैं. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत इंडियन नेवी इस ऑपरेशन के लिए पूरी तरह से तैयार थी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,

9 मई की रात भारतीय नौसेना पाकिस्तान की समुद्री सीमा में उसके सैन्य शिविरों, कराची पोर्ट और चयनित जमीनी ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार थी. नौसेना को सिर्फ भारत सरकार के निर्देश का इंतजार था. अपने जवानों, युद्धपोतों, पनडुब्बियों और लड़ाकू विमानों को तुरंत युद्ध के लिए तैयार कर, नौसेना ने समुद्र में पूरी तैनाती कर ली थी.

उन्होंने आगे कहा,

आतंकवादी हमले के 96 घंटों के भीतर हमने अरब सागर में अपने हथियारों और युद्धपोतों की तत्परता का परीक्षण किया. हमारे बल उत्तरी अरब सागर में दुश्मन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए पूर्ण तत्परता और सामर्थ्य के साथ तैनात थे, ताकि निर्धारित समय पर कराची सहित समुद्र और जमीन पर दुश्मन के चयनित ठिकानों पर हमला किया जा सके.

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वाइस एडमिरल ने कहा,

भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान की नौसेना और उसकी हवाई इकाइयों को रक्षात्मक स्थिति में रहने के लिए मजबूर किया. ये यूनिट्स अधिकतर बंदरगाहों के भीतर या तट के अत्यंत निकट थीं, जिन पर हमने निरंतर निगरानी रखी. हमारी प्रतिक्रिया पहले दिन से ही संतुलित, आनुपातिक और जिम्मेदार रही है. भारतीय नौसेना पाकिस्तान की किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का निर्णायक जवाब देने के लिए समुद्र में तैनात है.

9 आतंकी ठिकाने तबाह

वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवादियों को सजा देना और उनके आतंकी ढांचे को खत्म करना है. इसलिए 7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में कुल 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया. साथ ही, सीजफायर को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारा मकसद आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था. पाकिस्तान के DGMO ने बातचीत की पेशकश की. हमने फैसला किया कि पाकिस्तान के DGMO से बात करनी चाहिए. इसके बाद 10 मई शाम 5 बजे से शांति समझौता लागू किया गया. यह भी फैसला किया कि 12 मई को भारत-पाकिस्तान के DGMOs बात करेंगे.

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