भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान बिहार की मतदाता सूची में बड़ी विसंगतियां पाई हैं. 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 18.66 लाख की मृत्यु हो चुकी है, 26.01 लाख मतदाता दूसरे स्थानों पर चले गए हैं और 7.5 लाख मतदाता कई स्थानों पर पंजीकृत हैं. इसके बावजूद, 1 अगस्त को मसौदा सूची जारी होने से पहले 97.30% मतदाताओं ने अपने गणना फॉर्म जमा कर दिए हैं. केवल 2.70% फॉर्म लंबित हैं. जनता के लिए 1 अगस्त से 1 सितंबर तक एक महीने का समय है, जिसमें वे आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं या सुधार का अनुरोध कर सकते हैं. क्या निकला है SIR में, जानने के लिए देखें वीडियो.
बिहार में SIR के दौरान कितने नाम कटे? सामने आ गई जानकारी
1 अगस्त को मसौदा सूची जारी होने से पहले 97.30% मतदाताओं ने अपने गणना फॉर्म जमा कर दिए हैं.
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