The Lallantop

'स्कूल न बंद करो’ रोते बच्चों का ये वीडियो निकला स्क्रिप्टेड! जांच के बाद प्रिंसिपल सस्पेंड

Maharajganj School Viral Video: जांच में यह भी पता चला है कि 26 और 30 तारीख को जारी हुए आदेश में स्कूल के विलय की बात लिखी गई थी. लेकिन 4 जुलाई को प्रशासन ने विलय के इस आदेश को निरस्त कर दिया था. अब स्कूल की प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है.

Advertisement
post-main-image
एक स्कूल के रोते हुए बच्चों का वीडियो हुआ था वायरल. (वीडियो ग्रैब)
author-image
अमितेश त्रिपाठी

यूपी के सरकारी स्कूल के कुछ बच्चों का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में बच्चे स्कूल गेट पर तला लगा देख आंसू बहा रहे थे. उसी स्कूल में पढ़ने की जिद कर रहे थे. अब जांच में सामने आया है कि पूरा मामला फर्जी था. डीएम का कहना है कि पूरा वीडियो प्रायोजित था और साजिश के तहत वीडियो वायरल किया गया था. जांच के बाद स्कूल की प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

आजतक के इनपुट के मुताबिक, मामला महाराजगंज के एक प्राइमरी स्कूल का है. वायरल वीडियो में बच्चे रोते हुए दिखाई दे रहे थे. शिक्षिकाएं बच्चों को दूसरे स्कूल में जाने के लिए समझाती रहीं. लेकिन बच्चे अपने स्कूल को छोड़कर कहीं और जाने को तैयार नहीं हुए. मामले की गंभीरता देखते हुए DM संतोष शर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय को तुरंत मामले की जांच करने का आदेश दिया.

जांच में सामने आया कि पूरा मामला साजिश के तहत रचा गया था ताकि स्कूल मर्ज न हो सके और बच्चों और टीचर्स को दूसरे स्कूल में न जाना पड़े. डीएम संतोष कुमार शर्मा ने वीडियो जारी कर बताया, 

Advertisement

शुरुआती जांच में वीडियो प्रायोजित पाया गया है. जिस स्कूल का वीडियो वायरल हुआ है उसे मर्ज नहीं किया गया है. पहले की तरह इस स्कूल में पढ़ाई जारी है. बावजूद इसके भी कुछ लोगों ने प्रायोजित तरीके से वीडियो रिकॉर्ड कर शासन–प्रशासन की छवि को धूमिल करने के मकसद से वीडियो वायरल कराया.

जांच में यह भी पता चला है कि 26 और 30 जून को जारी हुए आदेश में स्कूल के विलय की बात लिखी गई थी. लेकिन 4 जुलाई को प्रशासन ने विलय के इस आदेश को निरस्त कर दिया था.

दरअसल, स्कूल की प्रिसिंपल ने बीते दिनों दावा किया था कि इस स्कूल को गांव से एक किलोमीटर दूर करनौती प्राइमरी स्कूल में मर्ज कर दिया गया है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को अब दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा. 

Advertisement

प्रिंसिपल का कहना था कि उन्हें इसकी जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से वॉट्सऐप पर दी गई. इस खबर से बच्चे और उनके परिजन परेशान हो गए. इसके बाद कुछ बच्चों का रोते हुए वीडियो सामने आया.

वीडियो: महाराजगंज में छात्रसंघ के मंत्री ने बीच बहस में क्या कह दिया?

Advertisement