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गोशाला का निरीक्षण करने गए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले में 100 के खिलाफ मामला दर्ज

Uttar Pradesh के Muzaffarnagar में एक गोशाला का निरीक्षण करने गए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ था. पुलिस ने इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों पर FIR दर्ज की है.

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हिंदू कार्यकर्ताओं पर हमले के आरोप में 100 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज हुआ है. (ग्रैब)

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Uttar Pradesh Muzaffarnagar) में गौशाला की खराब स्थिति को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं (Hindu Activist) पर कथित हमले को लेकर 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. ये घटना मुजफ्फरनगर के बधाई कलां गांव की है.

PTI के इनपुट के मुताबिक, चरथावल थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) जसवीर सिंह ने बताया कि बधाई कलां के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र और 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया, 

 भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191 (दंगा), 190 (अवैध रूप से इकट्ठा होना), 131 (हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना) के तहत FIR दर्ज की गई है.

जसवीर सिंह ने आगे बताया कि आरोपियों पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और SC ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत भी आरोप लगाए गए हैं. और इस मामले की जांच की जा रही है. 

बजरंग दल के नेता पंकज दीप ने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं पर कथित हमले की शिकायत पुलिस में की थी. उनकी शिकायत के मुताबिक, 24 दिसंबर को कार्यकर्ताओं के एक समूह ने गौशाला का दौरा किया. और इसकी कथित उपेक्षा और खराब स्थिति के खिलाफ विरोध जताया. जिसके बाद ग्राम प्रधान धर्मेंद्र के नेतृत्व में 100 से ज्यादा लोगों ने उन पर हमला किया. जिसमें कार्यकर्ता घायल हो गए. 

क्या है पूरा मामला?

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 दिसंबर को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली थी कि मुजफ्फरनगर के बधाई कलां गांव की गोशाला में अवैध गोकशी हो रही है. जब वे मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने धारदार हथियारों से उन पर हमला कर दिया. इस हमले में कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बजरंग दल का विरोध प्रदर्शन 

हमले के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल में प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. 

वीडियो: गोकशी को लेकर अलग-अलग राज्यों में क्या कानून है